सम्राट चौधरी: राबड़ी सरकार में मंत्री, मांझी-नीतीश के भी रहे करीब, अब बिहार भाजपा के बने प्रदेश अध्यक्ष

बिहार भाजपा के नए प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी ने राजद के साथ अपनी सियासी पारी शुरू की थी. वहीं आगे चलकर सम्राट चौधरी जदयू और भाजपा के साथ जुड़े. तीन बार मंत्री रहे सम्राट चौधरी कुशवाहा समाज से आते हैं. जानिए सियासी सफर...

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 23, 2023 1:38 PM

सम्राट चौधरी को बिहार भाजपा का नया प्रदेश अध्यक्ष बनाया गया है. सम्राट चौधरी वर्तमान में बिहार विधान परिषद में भाजपा की ओर से नेता प्रतिपक्ष की भूमिका में हैं. अपने आक्रमक बयानबाजी से वो विपक्षी खेमे पर तीखा प्रहार करते हैं. भाजपा ने बिहार में बदले सियासी समीकरण के बाद अब आगामी चुनावों को लेकर तैयारी शुरू कर दी है. वहीं सम्राट चौधरी को प्रदेश अध्यक्ष बनाकर भाजपा आलाकमान ने एक तीर से कई निशाने साधे हैं.

शकुनी चौधरी के बेटे हैं सम्राट, राबड़ी शासनकाल में मंत्री बने

सम्राट चौधरी को राजनीति विरासत में मिली है. वो मूल रूप से मुंगेर जिले से ताल्लुक रखते हैं. उनके पिता शकुनी चौधरी एक समय बिहार की सियासत के दिग्गज चेहरों में एक रहे. सात बार विधायक व एक बार खगड़िया से सांसद रह चुके शकुनी चौधरी की पत्नी पार्वती देवी भी तारापुर से विधायक रहीं. सम्राट चौधरी ने पढ़ाई पूरी करने के बाद सियासी मैदान में कदम रखा. वो तीन बार मंत्री बने. पहली बार वो राबड़ी देवी के शासनकाल में मंत्री बने.

लालू यादव के लाडले रहे सम्राट चौधरी, फिर जदयू में हुए शामिल

नब्बे के दशक में सियासी पारी की शुरूआत करने वाले सम्राट चौधरी 1999 में बिहार सरकार में कृषि मंत्री बने. वो 2000 और 2010 में परबत्ता से विधायक बने. 2010 में सम्राट चौधरी को विपक्षी दल का मुख्य सचेतक बनाया गया. कभी लालू यादव के लाडले रहे सम्राट चौधरी ने 2014 में राजद को छोड़कर जदयू का दामन थाम लिया. पार्टी में शामिल होते ही उन्हें MLC बना दिया गया. लेकिन आगे चलकर जदयू से भी सम्राट का मोह भंग हुआ.

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मांझी व नीतीश के साथ रहे, फिर भाजपा का दामन थामा

सम्राट चौधरी के पिता शकुनी चौधरी ने हम पार्टी ज्वाइन कर लिया था. जीतन राम मांझी की पार्टी के वो प्रदेश अध्यक्ष बने थे.2015 में चुनाव हारने के बाद शकुनी चौधरी ने राजनीति से सन्यास ले लिया. हम पार्टी से तब सम्राट की नजदीकियां बढ़ी और जीतन राम मांझी सरकार में मंत्री बने. जदयू के लिए उनके बगावती तेवर साफ दिखने लगे थे. वर्ष 2018 में सम्राट ने भाजपा ज्वाइन कर लिया. तब बिहार में जदयू-राजद की महागठबंधन की सरकार थी. भाजपा ने उन्हें प्रदेश उपाध्यक्ष बनाया और वर्ष 2021 में MLC बनाकर एनडीए सरकार में मंत्री पद दिया.

नेता प्रतिपक्ष बनाए गए और अब प्रदेश अध्यक्ष बने चौधरी

जदयू और भाजपा जब दूसरी बार अलग हो गए तो बीजेपी ने सम्राट चौधरी को बड़ी जिम्मेदारी दी थी. विधान परिषद में नेता प्रतिपक्ष बनाकर भाजपा ने ये साफ संकेत दे दिया था कि आने वाले समय में सम्राट चौधरी उनके लिए बेहद अहम जिम्मेदारी थामेंगे. अब उन्हें प्रदेश अध्यक्ष बनाया गया है.

Published By: Thakur Shaktilochan

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