पटना: बालू के वर्चस्व को लेकर गुरुवार को बिहटा थाने के अमनाबाद में दो पक्षों में हुई फायरिंग मामले में पुलिस ने शुक्रवार को मनेर, बिहटा व भोजपुर में कई ठिकानों पर छापेमारी कर आधा दर्जन लोगों को पकड़ा है. वहीं, अमनाबाद में बालू माफिया श्री राय के घर पर छापेमारी करने गयी पुलिस पर फायरिंग की गयी. इसमें सिटी एसपी राजेश कुमार और दानापुर एएसपी अभिनव धिमान बाल-बाल बच गये.
छापेमारी करने गयी पुलिस पर फायरिंग करते हुए श्रीराय व उसके दो बेटे निकल भागे. हालांकि पुलिस ने श्री राय, बेटे प्रवीण व नवीन कुमार की पत्नी को गिरफ्तार कर लिया. इधर, खनन मंत्री रामानंद यादव, विधायक गोपाल रविदास और संदीप सौरभ ने ग्रामीणों से मुलाकात की. वहीं, घटना के अगले दिन उन लोगों के परिजन सामने आये, जो गायब हैं. मनेर के शत्रुघ्न राय और लालदेव राय के परिजनों का कहना है कि गोलीबारी के समय ये दोनों वहीं थे और नहीं लौटे हैं.
बीते अगस्त में बिहटा के अमनाबाद में ही दोनों गुटों में ताबड़तोड़ फायरिंग हुई थी. जिसमें 15 पोकलेन मशीनें फूंक दी गयी थी. मनेर से लेकर कोइलवर तक का दियारा इलाका बेहद दुर्गम है और इसका लाभ बालू माफियाओं को मिलता है.
काले कारोबार की कहानी घने अंधेरे रात में अधिक लिखी जाती है. क्योंकि पुलिस भी रात में यहां आने से परहेज करते हैं. बुधवार को हुई गोलीबारी में जितने खोखे मिले उससे ये मालूम होता है कि इन गिरोह के पास AK-47 जैसे हथियार भी हैं.