सोनपुर में गंगा और गंडक नदी के संगम पर दिखा अलौकिक नजारा, जलाये गये 1.51 हजार दीये

Diwali Puja 2022: सोनपुर से दीपावली की पूर्व संध्या पर गंगा और गंडक नदी के संगम स्थल से मनमोहक नजारा सामने आया है. दरअसल, यहां बाबा हरिहरनाथ क्षेत्र के घाटों पर 1 लाख 51 हजार दीये एक साथ जलाए गए. दीये के एक साथ जलने से पूरा क्षेत्र रोशनी से जगमगा उठा.

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 24, 2022 1:00 AM

DIWALI PUJA 2022: बिहार में 24 अक्टूबर को धूमधाम से दीपापली का त्योहार मनाया जाएगा. लेकिन दिवाली की छठा धनतेरस के दिन से ही देखने को मिल रही है. हर ओर भक्तिमय वातावरण है. बाजार रंग बिरंगी रोशनी से जगमगा रहा है. इन सब के बीच बिहार के सोनपुर से दीपावली की पूर्व संध्या पर गंगा और गंडक नदी के संगम स्थल से मनमोहक नजारा सामने आया है. दरअसल, यहां बाबा हरिहरनाथ क्षेत्र के घाटों पर 1 लाख 51 हजार दीये एक साथ जलाए गए. दीये के एक साथ जलने से पूरा क्षेत्र रोशनी से जगमगा उठा. ऐसे नजारा देखकर लोग खुद को धन्य मान रहे थे.

35 हजार दीये नदी में प्रवाहित किये गये 

बाबा हरिहरनाथ क्षेत्र में आयोजित इस विशेष कार्यक्रम में बिहार की पूर्व डीजीपी गुप्तेश्वर पांडे समेत कई गणमान्य शामिल हुए थे. घाटों पर कुल 1 लाख 51 हजार दीये जलाए गए थे. जिसमें से 35 हजार दीये नदी में जलाये गए थे. नदी में दीये को जलाने के लिए खास तौर पर कुल चार नावों का इंतजाम किया गया था. सोनपुर के नमामि गंगे घाट से इन चारों नावों को गंडक नदी में भेजा गया. नावों को मौजूद दीये को कार्यकर्ताओं ने नदी में प्रवाहित किया. एक साथ इतने दीये नदी में प्रवाहित करने से पूरा नदी भी रोशनी से जगमगा उठा, घाटों पर अलौकिक नजारा देखने को मिला.

इन घाटों पर जलाये गये दीये

  • गंडक व गंगा नदी में दीये को प्रवाहित करने के अलावे इन घाटों पर दीये को सजाया गया था.

  • पुल घाट

  • नमामी गंगे घाट

  • काली घाट

  • कौनहारा धाट

गुप्तेश्वर पांडे ने दी बिहार वासियों को शुभकामनाएं

इसके अलावे भी लगभग दजर्न भर घाटों पर दीये सजाये गये थे. घाटों पर आयोजित इस कार्यक्रम को देखने के लिए आस पास से हाजरों लोगों की भीड़ आयी हुई थी. मौके पर गुप्तेश्वर पांडे ने दीपावली की पूर्व संध्या पर लोगों को बधाई देते हुए कहा कि इस त्योहार पर हम भगवान राम के गुणों और मूल्यों को अपने जीवन में उतारने का संकल्प लें. हम अपने साथ ही अपने समाज और राष्ट्र के कल्याण के लिए काम करें. खुशियां मनाने के साथ खुशहाली बांटने का भी काम करें.

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