बिहार: रमजान पर मुस्लिम कर्मियों को मिली छूट पर सियासी संग्राम, भाजपा ने PFI से जोड़ा कनेक्शन, जानें मांग..
बिहार सरकार ने रमजान के महीने को देखते हुए मुस्लिम कर्मियों और पदाधिकारियों को बड़ी राहत दी है. अब वो रमजान के महीने में एक घंटे पहले दफ्तर आ सकेंगे और एक घंटे पहले ही शाम में दफ्तर से जा सकेंगे. वहीं इस फैसले पर अब संग्राम शुरू हुआ है.
Bihar News: रमजान के महीने को ध्यान में रखकर बिहार सरकार ने मुस्लिम अधिकारियों और कर्मचारियों के लिए एक नया आदेश जारी किया है. इस आदेश के मुताबिक सभी विभागों के मुस्लिम अधिकारी और कर्मचारियों को सभी कार्य दिवसों में शाम को एक घंटे पहले कार्यालय छोड़ने की अनुमति दी गयी है. वहीं इस फैसले पर अब सियासी संग्राम छिड़ गया है. भाजपा ने इस मामले को अब पीएफआइ सोच से जोड़कर सरकार पर निशाना साधा है.
रमजान पर क्या है छूट?
बिहार सरकार ने रमजान के महीने को देखते हुए सूबे में सभी विभागों,निदेशालयों और क्षेत्रीय कार्यालय में नियमित, संविदा व नियोजित और ऑउटसोर्सिंग के माध्यम से कार्यरत अधिकारी और कर्मचारियों को सभी कार्य दिवसों में एक घंटे पहले दफ्तर आने और शाम को एक घंटे पहले कार्यालय छोड़ने की अनुमति दी गयी है. सामान्य प्रशासन विभाग ने शुक्रवार को इस संबंध में सभी विभाग, विभागाध्यक्ष, पुलिस महानिदेशक,प्रमंडलीय आयुक्त और जिलाधिकारी को निर्देश जारी किया है. विभाग ने अपने निर्देश कहा है कि बायोमीटरिक हाजिरी वाले कार्यालयों के लिए भी यह निर्देश लागू रहेगा.
रमजान पर छूट, भाजपा उग्र
वहीं सरकार ने ऑफिस आने-जाने के समय में सहूलियत दी तो इसपर भाजपा उग्र हो गयी. बीजेपी के बिहार प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल ने अब सरकार पर हमला बोला है. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, प्रदेश अध्यक्ष ने इस फैसले पर नाराजगी जाहिर की है और कहा कि ये पीएफआइ सोच को दर्शाता है. ऐसे फैसले उन अधिकारियों की भी देन है जिनकी सोच पीएफआई वाली है. सरकार भी पीएफआई के सोच को बढ़ावा दे रही है.
Also Read: मुजफ्फरपुर के डॉक्टर का अपहृत बेटा सकुशल बरामद, विवेक के अपहरण की हकीकत जानकर रह जाएंगे दंग…
हिंदुओं के लिए मांग
संजय जायसवाल ने कहा कि बिहार में इससे पहले या पूरे देश में ऐसा कभी नहीं हुआ था. इस फैसले ने ये साबित किया कि ये सरकार पीएफआई से जुड़े लोगों की है. वहीं ऐसे फैसले लेने वाले अधिकारी पीएफआई के एजेंट हैं. संजय जायसवाल ने हिंदुओं के लिए भी ऐसी राहत की मांग की और कहा कि रामवनमी पर भी ऐसा करें. क्योंकि उस दौरान भी हिंदुओं को सुबह में पूजा अनिवार्य होता है.