संजय झा ने सिमरिया तीर्थ को बताया गेटवे ऑफ मिथिला, बोले- हरकी पौड़ी के तर्ज पर किया जा रहा विकसित

उन्होंने कहा सिमरिया में पर्यटन की असीम संभावनाएं हैं. मंत्री ने सिमरिया को गेट वे ऑफ मिथिला बताया. इस अवसर पर उन्होंने कहा कि सिमरिया को हरकी पौड़ी के तर्ज पर विकसित किया जा रहा है. आनेवाले दिनों में सिमरिया तीर्थ देश के बेहतरीन पर्यटन स्थल में शामिल होगा.

By Ashish Jha | October 18, 2023 9:14 PM
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बेगूसराय. जल संसाधन मंत्री संजय कुमार झा ने बुधवार को सिमरिया में आयोजित राजकीय कल्पवास मेले के उद्घाटन किया. इस अवसर पर उन्होंने कहा कि सिमरिया को हरकी पौड़ी के तर्ज पर विकसित किया जा रहा है. आनेवाले दिनों में सिमरिया तीर्थ देश के बेहतरीन पर्यटन स्थल में शामिल होगा. संजय कुमार झा ने बुधवार को सिमरिया में आयोजित राजकीय कल्पवास मेले के उद्घाटन से पहले सिमरिया तीर्थ स्थित कल्पवास मेला क्षेत्र में जल संसाधन विभाग, बिहार द्वारा कराये गये लगभग एक लाख वर्गमीटर में मिट्टी भराई, रिटेनिंग वॉल के निर्माण और प्रकाशीय व्यवस्था के कार्य का लोकार्पण किया. इन कार्यों से कल्पवास मेला क्षेत्र गंगा नदी की बाढ़ से पूरी तरह सुरक्षित हो गया है. इनके अलावा उन्होंने पौधारोपण तथा कल्पवासियों के बीच कंबल वितरण का काम भी किया.

सिमरिया को गेट वे ऑफ मिथिला

उन्होंने कहा पिछली बार कल्पवास मेला क्षेत्र में गंगा का पानी आने से श्रद्धालुओं को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा था. इसके बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के निर्देश पर सिमरिया धाम के विकास में जल संसाधन विभाग जुट गया है. यहां 1200 स्क्वायर फुट में कई तरह के काम किये जायेंगे. उन्होंने कहा कि सिमरिया घाट पर सीढ़ी घाट, महिलाओं के लिए चेंजिंग रूम, मंडप, शौचालय, धर्मशाला, स्नान घर, सड़क आदि की व्यवस्था की जायेगी. उन्होंने कहा सिमरिया में पर्यटन की असीम संभावनाएं हैं. मंत्री ने सिमरिया को गेट वे ऑफ मिथिला बताया.

अब गंगा नदी की बाढ़ से कोई परेशानी नहीं

संजय कुमार झा ने बताया कि जल संसाधन विभाग ने कल्पवास क्षेत्र में लगभग एक लाख वर्ग मीटर में मिट्टी भराई के अलावा रिटेनिंग वॉल और प्रकाशीय व्यवस्था का कार्य पूर्ण कर लिया है. इस कार्य से कल्पवास मेला क्षेत्र अब बाढ़ से पूरी तरह सुरक्षित हो गया है. कल्पवास के लिए यहां पर्णकुटी बनाकर रहने वाले श्रद्धालुओं को अब गंगा नदी की बाढ़ से कोई परेशानी नहीं होगी. इसके अलावा धर्मशाला के फाउन्डेशन का कार्य प्रगति पर है. लगभग 150 मीटर लंबाई में शीट पाईलिंग का कार्य पूर्ण करा लिया गया है. करीब 80 मीटर लंबाई में सीढ़ी घाट का निर्माण प्रगति पर है.

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जून 2024 तक पूरी हो जायेंगी भी विकास योजनाएं

उन्होंने बताया कि सिमरिया तीर्थ के विकास एवं सौंदर्यीकरण की जल संसाधन विभाग की योजना में मौजूदा राजेंद्र पुल और उसके दक्षिण में निर्माणाधीन सिक्स-लेन सड़क पुल के बीच करीब 550 मीटर लंबाई में सीढ़ी घाट के निर्माण एवं रीवर फ्रंट के विकास के अलावा चेंजिंग रूम, गंगा आरती का स्थान, धार्मिक अनुष्ठान के लिए मंडप, श्रद्धालुओं के बैठने की व्यवस्था, धर्मशाला, शौचालय परिसर, ओपन एयर थियेटर, पार्क, पार्किंग, पाथवे, प्रशासनिक भवन, वाच टावर और प्रकाश की व्यवस्था इत्यादि को शामिल किया गया है. इन सभी कार्यों को जून 2024 तक पूर्ण करने का लक्ष्य रखा गया है.

धार्मिक पर्यटन बढ़ने की उम्मीद

संजय कुमार झा ने कहा कि सिमरिया तीर्थ में मिथिला ही नहीं, बिहार और पड़ोसी राज्यों के साथ-साथ नेपाल तक से हर साल बड़ी संख्या में श्रद्धालु आते रहे हैं. सुविधाओं के विकास के बाद यहां आने वाले श्रद्धालुओं को सुखद अनुभूति होगी. इससे यहां धार्मिक पर्यटन का विकास होगा और आसपास के इलाके में होटल तथा परिवहन सहित कई तरह के कारोबार एवं रोजगार के अवसर पैदा होंगे.

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