संतोष सुमन होंगे हम पार्टी के नये अध्यक्ष, जीतन राम मांझी ने बेटे को सौंपी अपनी राजनीतिक विरासत
उन्होंने शनिवार को स्वास्थ्य कारणों का हवाला देते हुए अध्यक्ष पद से इस्तीफे की पेशकश की है. उन्होंने कहा कि वे पार्टी को छोड़कर नहीं जा रहे हैं, बल्कि संरक्षक बने रहेंगे और संतोष जी कैसा काम कर रहे हैं, यह देखेंगे.
पटना. हिन्दुस्तानी आवाम मोर्चा यानी हम पार्टी के अगले राष्ट्रीय अध्यक्ष संतोष कुमार सुमन होंगे. इस बात की घोषणा खुद पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जीतन राम मांझी ने की है. उन्होंने शनिवार को स्वास्थ्य कारणों का हवाला देते हुए अध्यक्ष पद से इस्तीफे की पेशकश की है. उन्होंने कहा कि वे पार्टी को छोड़कर नहीं जा रहे हैं, बल्कि संरक्षक बने रहेंगे और संतोष जी कैसा काम कर रहे हैं, यह देखेंगे.
संरक्षक के तौर पर काम करेंगे
पटना में आयोजित गरीब चेतना सम्मेलन को संबोधित करते हुए बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और हम पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जीतन राम मांझी ने कहा कि अब पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष उनके बेटे संतोष कुमार सुमन होंगे. वही पार्टी की बागडोर संभालेंगे और वे खुद पार्टी के संरक्षक के तौर पर काम करेंगे. जीतन राम मांझी ने यह फैसला अपने सेहत को देखते हुए लिया है. हम पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाये जाने की घोषणा के बाद संतोष सुमन ने पिता जीतन राम मांझी का पैर छूकर आशीर्वाद लिया.
भाजपा का प्रयोग विफल रहा
बोचहां विधानसभा के आये नतीजे पर जीतन राम मांझी ने कहा कि भाजपा ने टिकट देने में गलती की थी. भाजपा के नये प्रयोग का नतीजा आज सबके सामने हैं. मुसाफिर पासवान के बेटे को टिकट ना देकर भाजपा ने सबसे बड़ी गलती की थी. हमलोग तो पहले से ही समझ रहे थे कि रिजल्ट यही होने वाला है. इससे भाजपा को सीख लेनी चाहिए. मुख्यमंत्री के राज्यसभा जाने के सवाल पर मांझी ने कहा कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार हैं और रहेंगे.
नीतीश सीएम हैं और रहेंगे
जीतन राम मांझी ने कहा कि भाजपा किसी की सुन नहीं रही है. उम्मीदवारों के चयन में भी उसने लगती की. बोचहां सीट से उम्मीदवार की घोषणा करने से पहले एनडीए के तमाम दलों के नेताओं से बातचीत करनी चाहिए थी, लेकिन ऐसा नहीं किया गया जिसका खामियाजा आज हार के तौर पर भाजपा को भुगतना पड़ा है. वही आरक्षण को लेकर भी जीतन राम मांझी ने मंच से लोगों को संबोधित किया. उन्होंने कहा कि आरक्षण को तोड़ा जा रहा है, छीना जा रहा है. यही नहीं संविधान के साथ भी खिलवाड़ हो रहा है. उन्होंने निजी क्षेत्र और न्यायपालिका में आरक्षण की मांग की.