सांप और किशोरी के बीच ऐसे बना रिश्ता, फिर एक ही दिन दोनों की हुई मौत
सारण (कोपा) : बिहार में सारण के कोपा में एक सांप और किशोरी के बीच बने रिश्ते का नाग पंचमी के दिन साकार रूप दिखा. दोनोंकेबीच बने रिश्ते का प्रमाण तब मिला जब दोनों एक ही अर्थी पर मोक्ष पाने सरयू नदी में प्रवाहित किये गये.घटना सारण जिले के दाउदपुर प्रखंड के कोपा की है. […]
सारण (कोपा) : बिहार में सारण के कोपा में एक सांप और किशोरी के बीच बने रिश्ते का नाग पंचमी के दिन साकार रूप दिखा. दोनोंकेबीच बने रिश्ते का प्रमाण तब मिला जब दोनों एक ही अर्थी पर मोक्ष पाने सरयू नदी में प्रवाहित किये गये.घटना सारण जिले के दाउदपुर प्रखंड के कोपा की है. जहां इलाकेके लोगों का कहना है कि करीब डेढ़ महीने से घर के पास एक झाड़ी में रहने वाले सांप को मृतक किशोरी दूध पिला रही थी. किशोरी झाड़ी के पास दूध रख देती थी और सांप उसे आ कर पी लेता थाऔर वापस झाड़ी में भी चला जाता था. जिसको लेकर इलाके के लोग चर्चा करने लगे थे.
प्राप्त जानकारी के मुताबिक लगभग डेढ़ माह से दूध पिलाने की इस प्रक्रिया में सांप और किशोरी के बीच ऐसे रिश्ते बने कि बिना दूध पीये-पिलाये कोई रह नहीं सकता था. इसी कड़ी में नागपंचमी के दिन किशोरी सांप को दूध पिलाने से चूक गयी. बताया जाता है कि वह नागपंचमी के अवसर पर दूसरे गांव स्थित बाबा मंदिर परिसर में लगने वाले प्रसिद्ध मेले में चली गयी. देर शाम में लौटने केबादथकान के कारण उसे नींद लग गयी औरवह सो गयी. दूध नहीं मिलने पर सांप खोजते-खोजते उसकेबेड पर पहुंच गयाऔर गहरी नींद में सोयीकिशोरीको उसने उसे डंस लिया.
जिसके बाद किशोर चिखने लगी. उसकी चीख सुनकर घर वाले दौड़ेऔर बिछावन परउसे बेहोशी हालत में पाया. खास बात यह थी कि सांप भी पास में ही बैठा था. परिजनों ने सांप को मारे बिना किशोरी को इलाज के लिए अस्पताल लेकर पहुंचे. जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया. घर वापस आने पर परिजनों ने सांप को उसी तरह बिछावन पर बैठापाया. आश्चर्य तो यह है कि भीड़ से मार खाने के बावजूद उसने कोई विरोध नहीं किया. अंतत: लोगों ने उसे डर से मार डाला. किशोरी और सांप की मौत के बाद दोनों की अर्थी सरयू नदी में प्रवाहित कर दी गयी.