8400 क्विंटल चावल रह गया बकाया
बकाया रखने वाली पैक्स के अध्यक्षों पर होगी प्राथमिकी दर्ज छपरा (सदर) : सारण जिले में विभिन्न पैक्स एवं व्यापार मंडलों से राज्य खाद्य निगम के गोदाम में सीएमआर जमा करने की अंतिम तिथि तक आठ हजार चार सौ क्विंटल चावल जमा नहीं हुए. जिसकी लागत विभागीय दर के अनुसार दो करोड़ रुपये बतायी जाती […]
बकाया रखने वाली पैक्स के अध्यक्षों पर होगी प्राथमिकी दर्ज
छपरा (सदर) : सारण जिले में विभिन्न पैक्स एवं व्यापार मंडलों से राज्य खाद्य निगम के गोदाम में सीएमआर जमा करने की अंतिम तिथि तक आठ हजार चार सौ क्विंटल चावल जमा नहीं हुए. जिसकी लागत विभागीय दर के अनुसार दो करोड़ रुपये बतायी जाती है. केंद्र व राज्य सरकार ने सीएमआर जमा करने की अंतिम तिथि 31 जुलाई निर्धारित की थी. राज्य खाद्य निगम के जिला प्रबंधक मो इस्लाम के अनुसार लगभग डेढ़ दर्जन व्यापार मंडल एवं पैक्सों के अध्यक्षों ने सीएमआर जमा नहीं किया है.
उधर लगभग दो करोड़ रुपये के सीएमआर जमा नहीं होने पर जिला सहकारिता पदाधिकारी नेसार अहमद ने बताया कि इन सभी व्यापार मंडलों पर अंतिम रूप से प्राथमिक दर्ज करने की प्रक्रिया एक-दो दिन में शुरू कर दी जायेगी. पूर्व में भी कुछ व्यापार मंडल एवं पैक्स के अध्यक्षों के द्वारा सीएमआर का चावल राज्य खाद्य निगम के गोदाम में जमा नहीं कर खूले बाजार में भेजे जाने के संबंध में विभिन्न प्रखंड के सहकारिता प्रसार पदाधिकारी ने रिपोर्ट दी है, जिसमें कम से कम सात पैक्स अध्यक्षों पर एफआइआर का आदेश दे दिया गया है, जबकि शेष के खिलाफ अब अंतिम रूप से प्राथमिकी की कार्रवाई की जायेगी.
ढाई करोड़ रुपये के डिफॉल्टर 38 पैक्स अध्यक्षों के खिलाफ विभागीय प्रधान सचिव को शिकायत: जिले के 38 पैक्सों के द्वारा वित्तीय वर्ष 2013-14 एवं 2016 में धान खरीदगी के लिए सरकार से राशि प्राप्त करने तथा धान न तो खरीदने और न राशि विभाग को लौटाने वाले पैक्स अध्यक्षों के खिलाफ शिकायत की गयी है. साथ ही इनके विरुद्ध कार्रवाई का आग्रह जिला सहकारिता कार्यालय के माध्यम से किया गया है. जिन पैक्स अध्यक्षों के यहां धान अधिप्राप्ति की राशि बकाया है, उनमें छपरा सदर के भैरोपुर निजामत, मढ़ौरा के बहुआरा पट्टी, अगहरा, मांझी के गोबरही, जैतपुर, जलालपुर के अशोक नगर, नगरा के कादीपुर, अमनौर के कोरेया, ढोरलाही अभिमान, परसा के भेल्दी, बहमाड़र, शोभेपुर, तरैया प्रखंड के तरैया, सदर के फकुली तथा जलालपुर के माधोपुर पैक्स अध्यक्ष सहित अन्य शामिल हैं.
जिन्हें बार-बार पत्राचार के बावजूद संबंधित पैक्स के अध्यक्ष बकाया राशि जमा नहीं कर रहे हैं.