गंडक खतरे के निशान से ऊपर
समस्या. नेपाल से 4.5 लाख क्यूसेक पानी छोड़े जाने से बाढ़ का खतरा छपरा (सदर) : पड़ोसी देश नेपाल से 4.5 लाख क्यूसेक पानी छोड़े जाने के बाद सारण जिले में गंडक के किनारे बसे दर्जनों गांवों में सोमवार को नदी का पानी घुसने की आशंका को लेकर जल संसाधन विभाग अलर्ट है. हालांकि गंडक […]
समस्या. नेपाल से 4.5 लाख क्यूसेक पानी छोड़े जाने से बाढ़ का खतरा
छपरा (सदर) : पड़ोसी देश नेपाल से 4.5 लाख क्यूसेक पानी छोड़े जाने के बाद सारण जिले में गंडक के किनारे बसे दर्जनों गांवों में सोमवार को नदी का पानी घुसने की आशंका को लेकर जल संसाधन विभाग अलर्ट है.
हालांकि गंडक के साथ-साथ गंगा के जलस्तर में भी नेपाल के पानी छोड़े जाने का असर जल स्तर के वृद्धि के रूप में पड़ेगा. जल संसाधन विभाग के कार्यपालक अभियंता विनोद कुमार के अनुसार नेपाल से पानी छोड़े जाने के बाद सारण तटबंध के भगवानपुर सरौजा के अलावा विभिन्न स्थानों पर विभाग के द्वारा सतर्कता बरती जा रही है. पिछले 24 घंटों में 35 सेमी जलस्तर में बढ़ोतरी दर्ज की गयी है. अगले 24 घंटों में दो से ढाई फुट जलस्तर बढ़ने अनुमान है. सारण तटबंध के अलावा सरयू के सिताब दियारा, सोनपुर, बनकेरवा, ताजपुर आदि स्थानों पर कम से कम 80 होमगार्डों के माध्यम से निगरानी करायी जा रही है.
वहीं गंडक नदी के खतरे के निशान से ऊपर बहने के मद्देनजर विभाग के कार्यपालक अभियंता के अलावा सहायक अभियंता, कनीय अभियंता तथा दो सौ मजदूरों के माध्यम से नदी की स्थिति पर नजर रखी जा रही है. विभाग की माने तो गंडक नदी का पानी बढ़ने से सारण जिले के पानापुर, तरैया, अमनौर, मकेर, परसा, दरियापुर प्रखंडों के निचले इलाकों में बसे दर्जनों गांवों में नदी के पानी घुसने की संभावना जल संसाधन विभाग भी जता रहा है.
गंडक के किनारे बसे गावों के लोगों में भय : नेपाल के द्वारा साढ़े चार लाख क्यूसेक पानी गंडक नदी में छोड़े जाने के बाद सबसे पहले सारण जिले के पानापुर, तरैया, अमनौर, मकेर, परसा, दरियापुर के दर्जनों गांवों के लोगों में बाढ़ का भय सता रहा है. वहीं अपनी गाढ़ी कमाई एवं मेहनत से शारीरिक एवं आर्थिक खर्च के बाद लहलहाती फसल के बाद भी बाढ़ के कारण बर्बाद होने की आशंका लोगों को सता रही है.
उधर गंडक नदी के खतरे के निशान को पार करने के बाद डीएम हरिहर प्रसाद ने भी गंडक के साथ-साथ गंगा एवं अन्य नदियों के जल स्तर बढ़ने के कारण बाढ़ की आशंका तथा जान-माल की क्षति एवं परेशानी के मद्देनजर संबंधित सभी सीओ को अपने-अपने क्षेत्र में नदी की स्थिति तथा संभावित बाढ़ प्रभावित गांवों की स्थिति का अंदाजा लगाकर सुरक्षा के मद्देनजर आवश्यक उपाय का निर्देश दिया है.
जल संसाधन विभाग से मिली सूचना के बाद गंडक या अन्य नदियों के पानी से संभावित बाढ़ के मद्देनजर सभी संबंधित प्रखंडों के सीओ एवं प्रखंड प्रभारी पदाधिकारियों को सतर्क कर दिया गया है, जिससे बाढ़ की स्थिति आने पर लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने की व्यवस्था की जा सके. प्रशासन ने बाढ़ के मद्देनजर पूर्व से भी सभी आवश्यकता तैयारियां की है जिससे ग्रामीणों को जहां कम से कम परेशानी हो वहीं जान माल की क्षति को भी न्यूनतम रखा जा सके.
हरिहर प्रसाद, डीएम, सारण