21 मार्च को खोला गया खाता, फर्जी हस्ताक्षर कर निकाल लिये 62 लाख

खुलासा . डूडा के खाते से 62 लाख रुपये की फर्जी निकासी छपरा : जिला शहरी विकास अभिकरण के सरकारी खाते से र्स्वनंगन ज्वेलर्स ने करीब 62 लाख रुपये का फर्जी निकासी की है, जिससे लोगों में कई तरह के सवाल उठने लगे हैं. इसको लेकर कार्यपालक अभियंता ने बताया कि इस तरह के किसी […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 21, 2017 4:45 AM

खुलासा . डूडा के खाते से 62 लाख रुपये की फर्जी निकासी

छपरा : जिला शहरी विकास अभिकरण के सरकारी खाते से र्स्वनंगन ज्वेलर्स ने करीब 62 लाख रुपये का फर्जी निकासी की है, जिससे लोगों में कई तरह के सवाल उठने लगे हैं. इसको लेकर कार्यपालक अभियंता ने बताया कि इस तरह के किसी भी संस्था के बारे में जानकारी नहीं है. बैंक खाते का डिटेल्स निकालने पर पता चला है कि र्स्वनंगन ज्वेलर्स का खाता गत 21 मार्च, 2017 को वेस्ट बंगाल में ही खोला गया है, जिसमें कभी भी दो हजार रुपये से अधिक राशि जमा-निकासी नहीं की गयी है.
ऐसे में जिसने भी रुपये की निकासी की है, वह शातिर फर्जीवाड़ा करने वाला प्रतीत हो रहा है. इसकी जांच की जा रही है, जांच के बाद कानूनी कार्रवाई की जायेगी. डूडा के कार्यपालक अभियंता ने बताया कि गत 4 सितंबर, 2017 को किसी व्यक्ति ने दो लाख 94 हजार का चेक पटना के राजा बाजार स्थित बैंक ऑफ इंडिया में डाला गया है.
जिसकी जांच के लिए बैंक के अधिकारियों ने फोन कर चेक निर्गत करने की बात पूछा था, जिस पर कार्यपालक अभियंता ने बताया कि किसी प्रकार का चेक निर्गत नहीं किया गया है. जिस पर बैंक ने चेक रद्द कर दिया. इसके बाद डूडा के कार्यपालक अभियंता ने 9 सितंबर को शहर के हथुआ मार्केट स्थित पीएनबी बैंक के खाते का हस्ताक्षर बदल दिया. फिर भी पुराने हस्ताक्षर से ही रुपये की फर्जी निकासी की गयी है.
बैंक से रूपये निकासी का क्या है नियम : किसी भी सरकारी बैंक खाते से दो लाख रूपये से अधिक का चेक होने पर चेक निर्गत करने वाले संबंधित पदाधिकारी या खाते से संचालक से पूछ कर ही लेन-देन किया जाता है. अगर चेक निर्गत करने वाले खाताधारी इस संबंध में नकार देते है तो रूपये की निकासी नहीं होता है.
डीएम ने भुगतान करने से पहले पुछने का दिया था निर्देश : पिछले सप्ताह जिलाधिकारी ने सभी बैँकों के पदाधिकारियों के साथ बैंठक किया था. जिसमें स्पष्ट निर्देश दिया था कि सरकारी खाते से रूपये की निकासी को लेकर चेक के बारे में संबंधित पदाधिकारी से पुछताछ कर ही राशि भुगतान करें. लेकिन डूडा के पदाधिकारियों की माने तो खाते से रूपये की निकासी के बावत बैंक ने जानकारी नहीं मांगा है. बहरहाल मामले की जांच के बाद ही कुछ स्पष्ट हो पायेगा.
9 सितंबर को डूडा के कार्यपालक अभियंता ने बैंक खाते में बदल दिया था हस्ताक्षर, पुराने हस्ताक्षर से ही रुपये की हुई निकासी.
डूडा के सरकार बैंक खाते से रुपये की निकासी होने के पहले ही कार्यपालक अभियंता ने 9 सितंबर को बैंक में हस्ताक्षर को बदल दिया गया था
फर्जी चेक पर पुराने हस्ताक्षर से ही रुपये की निकासी किया गया है
जिस चेक से राशि की निकासी किया गया है, बैंक ने वह चेक संख्या डूडा को निर्गत नहीं किया है
जिला शहरी विकास अभिकरण(डूडा) के सरकारी खाते से 16 सितंबर को बैंक में पहले चेक संख्या 929797 से 19 लाख 55 हजार तीन सौ की निकासी
दूसरी बार चेक संख्या 929793 से 16 लाख 75 हजार सात सौ रुपये का फर्जी चेक से रुपये की निकासी की गयी
पहले चेक से 18 लाख रुपये कैश निकासी हुई है
दूसरे चेक से आठ लाख रुपये की निकासी की गयी है
शेष रुपये को आरटीजीएस के माध्यम से र्स्वनंगन ज्वेलर्स के खाते पर हस्तांतरित किया गया है
18 सितंबर को 25 लाख 75 हजार नौ सौ रूपये आरटीजीएस से हस्तांतरित किया गया
4 सितंबर को दो लाख 94 हजार का बैंक में जमा किया गया था फर्जी चेक

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