विकास की राह तलाश रहा बाजार
छपरा(नगर) : शहर का सलेमपुर बाजार में किताब व इलेक्ट्रॉनिक्स सामान की सैकड़ों दुकानें हैं. इस बाजार में सालों भर चहल-पहल रहती है. किताब की बड़ी मंडी होने के कारण छात्रों की भीड़ हमेशा देखी जाती है, वहीं जिले के इलेक्ट्रॉनिक्स आइटम के कारोबार का यह मुख्य केंद्र है. हालांकि जितना बड़ा यह बाजार है, […]
छपरा(नगर) : शहर का सलेमपुर बाजार में किताब व इलेक्ट्रॉनिक्स सामान की सैकड़ों दुकानें हैं. इस बाजार में सालों भर चहल-पहल रहती है. किताब की बड़ी मंडी होने के कारण छात्रों की भीड़ हमेशा देखी जाती है, वहीं जिले के इलेक्ट्रॉनिक्स आइटम के कारोबार का यह मुख्य केंद्र है.
हालांकि जितना बड़ा यह बाजार है, उस हिसाब से मूलभूत सुविधाओं की काफी कमी है. बाजार में दुकानदारों के लिए शौचालय व यूरिनल की व्यवस्था नहीं है. बाजार की सड़कों पर स्ट्रीट लाइट की कमी से रात के समय व्यवसायियों व ग्राहकों को काफी परेशानी होती है. पार्किंग जोन का नहीं होना इस बाजार की प्रमुख समस्या है. मुख्य मार्ग से कनेक्ट होने के कारण रेगुलर छोटे-बड़े वाहनों का संचालन होता है. पार्किंग नहीं होने से अक्सर जाम की समस्या खड़ी हो जाती है.
हालांकि सलेमपुर चौक पर ट्रैफिक पुलिस की नियुक्ति की गयी है, पर सामान्य दिन हो या पर्व त्योहारों के दिन जाम से निजाद दिलाने में ट्रैफिककर्मी विफल साबित होते हैं.
जलजमाव है बाजार की बड़ी समस्या
सलेमपुर चौक से कचहरी स्टेशन जाने वाली सड़क में लगने वाला जलजमाव स्थानीय दुकानदारों के लिए परेशानी का सबब बन चुका है. जलनिकासी की समुचित व्यवस्था नहीं है. हल्की बारिश में भी सड़क पर घुटने भर पानी जमा हो जाता है. कई बार तो बरसात का पानी व्यवसायियों के दुकान में भी प्रवेश कर जाता है. नगर निगम के सफाईकर्मी भी इस क्षेत्र में नियमित सफाई के लिए नहीं आते़
जिस वजह से सड़क पर कचरा जमा रहता है. हालांकि पेयजल के लिए निगम द्वारा एक चापाकल जरूर लगाया गया है.