जेल में 14 में से 11 सीसीटीवी कैमरे खराब
छपरा (सदर) : छपरा जेल की सुरक्षा के मद्देनजर लगाये गये सीसीटीवी कैमरे में से 80 फीसदी कैमरे खराब हो गये हैं. मंडल कारा परिसर में बंदियों की गतिविधियों पर नजर रखने के लिए दो साल पूर्व 14 सीसीटीवी कैमरे लगाये गये थे, जिससे लगभग एक हजार बंदियों वाले छपरा कारा में बंदियों की गतिविधियों […]
छपरा (सदर) : छपरा जेल की सुरक्षा के मद्देनजर लगाये गये सीसीटीवी कैमरे में से 80 फीसदी कैमरे खराब हो गये हैं. मंडल कारा परिसर में बंदियों की गतिविधियों पर नजर रखने के लिए दो साल पूर्व 14 सीसीटीवी कैमरे लगाये गये थे, जिससे लगभग एक हजार बंदियों वाले छपरा कारा में बंदियों की गतिविधियों पर नजर रखी जा सके. परंतु, संबंधित कंपनी की उदासीनता के कारण 11 सीसीटीवी कैमरे खराब पड़े हैं, जिससे बंदियों की गतिविधियों को कैमरे में कैद करना मुश्किल ही नहीं असंभव हो रहा है.
वहीं सुरक्षा के मद्देनजर बंदियों को जेल से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से पेशी कराने के लिए लगा वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग सिस्टम सिर्फ छपरा कोर्ट के बंदियों के लिए तो उपयोगी रह गया है. परंतु, वैसे दर्जन भर बंदी जो पूर्णिया, भागलपुर, गया आदि केंद्रीय काराओं में रह रहे हैं. उनके मामले में पेशी वीडियो कॉन्फ्रेसिंग के माध्यम से नहीं हो पा रही है. मंडल कारा प्रशासन के द्वारा जिला प्रशासन के माध्यम से दर्जनों बार मंडल कारा छपरा में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग सिस्टम तथा सीसीटीवी के संचालन का जिम्मा संभालने वाली वेल्ट्रॉन कंपनी को बार-बार पत्राचार किया गया. परंतु, स्थिति जस की तस बनी हुई है.
ऐसी स्थिति में संवेदनशील छपरा कारा में जेलर के पद रिक्त होने, चार सहायक जेलर में से तीन सहायक जेलर के पद रिक्त होने तथा दो दर्जन जेल सिपाहियों के पद रिक्त होने के बावजूद सुरक्षा के मद्देनजर लगाये गये इन तकनीकी यंत्रों की खराबी से कारा प्रशासन बंदियों के पलायन या अन्य घटनाओं को लेकर जहां भयभीत है वहीं जिला प्रशासन व विभाग को इस संबंध में पत्राचार कर चुका है.