छपरा. नगर निगम क्षेत्र की सफाई व्यवस्था पर हर महीने एक करोड़ से अधिक खर्च होती है. लेकिन स्थिति जस की तस है. यह भी बड़ी बात है कि हर वार्ड को सफाई एजेंसी के द्वारा 11 सफाई कर्मी उपलब्ध कराये गये हैं फिर भी वार्डों में कहीं गंदगी है तो कहीं जलजमाव है ऐसा क्यों. इसे लेकर कई सवाल लोग उठा रहे हैं. या तो सफाई कर्मियों की संख्या के नाम पर कोई बड़ा खेल हो रहा है या फिर मॉनीटरिंग दुरुस्त नहीं है.
पूरे निगम क्षेत्र के लिए 680 सफाईकर्मी, सरकारी अलग
निगम क्षेत्र के सभी 45 वार्डों की सफाई के लिए सफाई एजेंसी ने 680 सफाईकर्मी लगाये हैं. इनमें जमादार, सुपरवाइजर और ड्राइवर भी शामिल है. एजेंसी के अधिकारियों के अनुसार उनका टेंडर 622 सफाईकर्मी के लिए हुआ था, लेकिन नगर आयुक्त के आग्रह पर 635 सफाईकर्मियों को लगाया गया, इतना ही नहीं और बेहतर करने के लिए इसकी संख्या 680 तक की गयी. हर वार्ड के लिए आठ सफाईकर्मी, एक जमादार, एक सुपरवाइजर और एक ड्राइवर दिया गया है ताकि सफाई कार्य बेहतर ढंग से हो सके. अब सवाल यह उठता है कि जब इतनी बड़ी संख्या में वार्ड को सफाई कर्मी दे दिए गए हैं, तो फिर वार्डों में गंदगी कहां से आ जाती है. वार्डों में सफाईकर्मी क्यों नहीं दिखते हैं. लोग क्यों परेशान है? जलजमाव और नाला जाम से क्यों नहीं निजात मिलता है. कई लोगों का तो कहना है कि इसकी जांच होनी चाहिए की हर वार्ड में आठ सफाई कर्मियों की हाजिरी बनती है कि नहीं. किन-किन वार्ड पार्षदों के संबंधियों की नौकरी एजेंसी ने दी है. कहीं फर्जी हाजरी तो नहीं बन रही है, और उनके नाम पर राशि का उठाव हो रहा है. यदि ऐसा होगा तो यह एक बड़ा घोटाला होगा.सौै से अधिक निगम के सफाईकर्मी
नगर निगम क्षेत्र की सफाई में सफाई एजेंसी के अलावा नगर निगम के स्थाई और अस्थाई कर्मी भी है जिनकी संख्या 100 से अधिक है. इन्हें भी सफाई कार्य में लगाया जाता है. बावजूद शहर की सफाई व्यवस्था इतने बड़े मानव बल और हर महीने एक करोड़ से अधिक के खर्च के बाद दुरुस्त नहीं हो पा रहा है.इनकी भी सुनें
एजेंसी के 680 कर्मी प्रतिदिन काम करते हैं. सफाई में गड़बड़ी है तो वार्ड में मौजूद कर्मियों की जांच होनी चाहिए. मुख्य सड़क व वीआइपी रोड के लिए अलग से कर्मी लगे हुए हैं. कोई लापरवाही नहीं हो रही है. अतुल कुलश्रेष्ठ, मैनेजिंग डायरेक्टर, सफाई एजेंसीयदि वार्डों में 11 सफाई कर्मी दिए गए हैं तो वार्ड आयुक्त को सभी का इस्तेमाल करते हुए साफ-सफाई को बेहतर बनाना चाहिए. यह संख्या कम नहीं है. हालांकि व्यवस्था को और दुरुस्त किया जा रहा है.लक्ष्मी नारायण गुप्ता, महापौर, नगर निगमसफाईकर्मी एक नजर में निगम क्षेत्र में कुल 45 वार्ड
हर वार्ड में आठ सफाई कर्मीहर वार्ड में एक सुपरवाइजर
हर वार्ड में एक जमादारकुल 680 सफाई कर्मी एजेंसी के
नगर निगम के 100 से अधिक सफाई कर्मीडिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है