छपरा : कई राज्यों में हो रही बर्फबारी का असर अब यहां भी दिखाई देने लगा है. गलन वाली ठंड की वजह से आम से लेकर खास तक परेशान होने लगे हैं. सुबह में कुंहासे की वजह से सड़कों पर लोगों का निकलना मुहाल होने लगा है. वहीं अभी तक अलाव की व्यवस्था नहीं होने से गरीबों की परेशानी बढ़ गयी है.
मौसम का मिजाज बदलते ही अस्पतालों में मरीजों की संख्या बढ़ गयी है. इसमें सबसे अधिक बुजुर्ग और बच्चे हैं. बच्चे कोल्ड डायरिया का शिकार हो रहे हैं तो बुजुर्गो को सांस लेने में दुश्वारी का सामना करना पड़ रहा है. गुरुवार को सदर अस्पताल की ओपीडी में इस तरह के मरीजों की संख्या अधिक थी. चिकित्सकों ने दवा के साथ ठंड से बचने की भी मरीजों को सलाह दी. डॉक्टर शंभुनाथ सिंह बताते हैं कि सुबह में उठना अच्छी बात है,
लेकिन ठंड में सेहत के लिए खतरनाक साबित हो सकता है. ये दिन बुजुर्गो के लिए सर्दी सबसे अधिक कष्टदायक होती है. आप सुबह पांच बजे टहलने जाते हैं तो ठंड में एक से डेढ़ घंटा बढ़ा दें. आपकी सेहत के लिए बेहतर साबित होगा. सूरज निकलने पर टहलने जाना बेहतर होगा. कोहरा अगर छाया हुआ है तो टहलने से बचें क्योकि कोहरे में हादसे का खतरा अधिक रहता है. एक फुट के फासले के वाहन भी दिखाई नहीं देते हैं.