जर्जर पट्टी पुल का इंजीनियरों ने किया निरीक्षण
दिघवारा : छपरा-हाजीपुर राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 19 पर दिघवारा व शीतलपुर के मध्य मही नदी पर स्थित जर्जर पट्टी पुल की मरम्मत को लेकर रविवार की देर शाम से बड़े व भारी वाहनों का परिचालन बंद हो गया है, जिस कारण सोमवार को भी पट्टी पुल से सिर्फ छोटे वाहन ही गुजर सके. मानपुर व […]
दिघवारा : छपरा-हाजीपुर राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 19 पर दिघवारा व शीतलपुर के मध्य मही नदी पर स्थित जर्जर पट्टी पुल की मरम्मत को लेकर रविवार की देर शाम से बड़े व भारी वाहनों का परिचालन बंद हो गया है, जिस कारण सोमवार को भी पट्टी पुल से सिर्फ छोटे वाहन ही गुजर सके. मानपुर व शीतलपुर के समीप दो जगहों पर बैरियर लगा दिये जाने के बाद ही बड़ी गाड़ियां स्वतः ही आगे की ओर नहीं बढ़ सकीं और दिघवारा व शीतलपुर के मध्य छोटे वाहनों के सहारे ही यात्री अपने गंतव्यों की ओर जाते दिखे. वहीं पुल की मरम्मत का कार्य करने वाली मधुकॉन कंपनी के इंजीनियरों ने सोमवार की सुबह पुल का निरीक्षण किया .
दो चरणों में होगा पुल पर मरम्मती का कार्य : पुल पर मरम्मती का कार्य दो चरणों में पूरा किया जायेगा.सोमवार को पुल के दो खंडों में मार्किंग की गयी.जानकारी के मुताबिक पुल की मरम्मत दो चरणों में की जायेगी. इसके तहत पुल का उत्तरी हिस्सा पहले तोड़ा जायेगा फिर हाफ पुल पर ढलाई होने के बाद दक्षिणी हिस्सा को तोड़ते हुए उसे भी ढाला जायेगा. इस दरम्यान पुल पर वन वे करते हुए छोटी गाड़ियों को पास कराया जायेगा.
डायवर्जन बनाने की कोशिश कर रहे हैं इंजीनियर
मधुकॉन कंपनी के इंजिनियर की मानें तो पुल का आधा हिस्सा तोड़ने से उसका आगे का भाग भी जर्जर होने के कारण धराशायी हो सकता है.ऐसी स्थिति में इंजीनियर मही नदी की धारा तोड़कर डाईवर्सन बनाना चाह रहे हैं ताकि छोटे वाहनों को पुल की जगह डाइवर्सन के सहारे पास कराया जा सके और ऐसा होने से पुल के दोनों भागों को एकसाथ तोड़कर उसका तेजी से निर्माण हो सकेगा.मगर पुल के पास के स्थल की बनावट ठीक नहीं होने से इंजीनियरों को कई बिंदुओं पर विचार करना पड़ रहा है.
मरम्मती में एक महीने तक का लग सकता है वक्त
पुल की मरम्मती कार्य को पूरा करने में एक महीना तक का वक्त लग सकता है.ऐसी स्थिति में इस अवधि में छपरा से बसें परसा ,दरियापुर, शीतलपुर व नयागांव के रास्ते पटना तक जायेंगी. दिघवारा के लोगों को बस से पटना जाने के लिए छोटे वाहन से शीतलपुर या नयागांव तक आना पड़ेगा और पटना से लौटने में नयागांव या शीतलपुर में बस को छोड़नी पड़ेगी. लगभग एक महीने तक ऐसी ही स्थिति बनी रहेगी,जब पुल की मरम्मती हो जायेगी तब फिर बसें शीतलपुर व दिघवारा के रास्ते छपरा व पटना तक पहुंच सकेंगी.