दुर्घटना में पूर्व विधायक डॉ हरेंद्र सिंह की मौत

बोलेरो पर सवार थे पूर्व विधायक साइकिल सवार को बचाने के क्रम में हुई दुर्घटना मशरक : पूर्व विधायक डॉ हरेंद्र किशोर सिंह की मौत मशरक-महम्मदपुर मुख्य मार्ग पर थाना क्षेत्र के राजापट्टी कोठी के पास सड़क हादसे में मंगलवार को हो गयी. घटना मंगलवार की दोपहर उस वक्त हुई जब वे अपने वाहन बोलेरो […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 28, 2018 12:27 AM

बोलेरो पर सवार थे पूर्व विधायक

साइकिल सवार को बचाने के क्रम में हुई दुर्घटना
मशरक : पूर्व विधायक डॉ हरेंद्र किशोर सिंह की मौत मशरक-महम्मदपुर मुख्य मार्ग पर थाना क्षेत्र के राजापट्टी कोठी के पास सड़क हादसे में मंगलवार को हो गयी. घटना मंगलवार की दोपहर उस वक्त हुई जब वे अपने वाहन बोलेरो पर सवार होकर मोतिहारी से मशरक मुख्यालय स्थित अपने घर लौट रहे थे. राजापट्टी कोठी के पास एक साइकिल सवार व्यक्ति को बचाने में चालक के नियंत्रण खोने के बाद बोलेरो एक पुलिया से टकरा गयी. इससे पूर्व विधायक के सिर में गंभीर चोट लगने से मौके पर ही उनकी मौत हो गयी. पूर्व विधायक डॉ हरेंद्र 85 वर्ष के थे. वर्ष 1982 से 85 तक मशरक विधानसभा क्षेत्र के निर्दलीय विधायक रहे थे.
उसके बाद कांग्रेस पार्टी में शामिल हुए और लगातार दो बार कांग्रेस पार्टी के प्रत्याशी रहे. सफल चिकित्सक रहे हरेंद्र किशोर सिंह का राजनीतिक सफर उनके पिता कांग्रेस पार्टी के सिटिंग विधायक रामदेव सिंह उर्फ काका की हत्या के बाद शुरू हुई थी. उनके दोनों पुत्र शिशु विशेषज्ञ डॉ अनिल कुमार सिंह और डॉ मनोज कुमार सिंह और छोटे भाई डॉ नरेंद्र किशोर सिंह का नाम जिले के प्रसिद्ध चिकित्सकों में शामिल है. इनकी पहचान चिकित्सक परिवार से भी थी. सड़क हादसे में बोलेरो सवार गंगौली गांव निवासी भरत महतो गंभीर रूप से घायल हो गये. उनका उपचार उनके निजी क्लिनिक में चल रहा है.
घटना के बाद चालक फरार हो गया. स्थानीय लोगों द्वारा घटना की जानकारी मिलने पर पहुंचे उनके परिजनों ने दुर्घटनाग्रस्त वाहन से शव को मशरक मुख्यालय स्थित आवास पर लाया. शव के पहुंचते ही पूरे बाजार में मातमी सन्नाटा पसर गया. शोकाकुल परिवार को सांत्वना देने काफी संख्या में लोग पहुंचे थे. वे थाना क्षेत्र के गंगौली गांव के मूल निवासी थे. उनके निधन पर जदयू के वरीय नेता शैलेंद्र प्रताप सिंह ने शोक व्यक्त किया. श्री सिंह ने कहा कि डॉ सिंह का निधन मशरक और सारण ही नहीं पूरे बिहार की राजनीतिक और सामाजिक क्षेत्र के लिए अपूरणीय क्षति है. सामाजिक क्षेत्र में उनके कार्य भी उल्लेखनीय है. मशरक की जनता उन्हें सदैव याद रखेगी. सांत्वना देने वालों में रामाधार सिंह, रामजी सिंह, साहित्यकार जौहर शाफियाबादी, बुबु सिंह, शैलेश कुमार सिंह सहित अन्य थे.

Next Article

Exit mobile version