स्मार्ट हेल्थ कार्ड से इलाज की आस में बिगड़ा बीपीएल परिवारों का स्वास्थ्य

छपरा (सारण) : स्मार्ट हेल्थ कार्ड से इलाज कराने के लिए बीपीएल परिवार के मरीजों को दर-दर भटकने को विवश होना पड़ रहा है. जिले में करीब साढ़े चार लाख बीपीएल परिवारों को राष्ट्रीय स्वास्थ्य बीमा योजना के तहत स्मार्ट हेल्थ कार्ड निर्गत किया गया है. वर्ष 2016-17 में स्मार्ट हेल्थ कार्ड बनाया गया. निर्गत […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 25, 2018 3:23 AM

छपरा (सारण) : स्मार्ट हेल्थ कार्ड से इलाज कराने के लिए बीपीएल परिवार के मरीजों को दर-दर भटकने को विवश होना पड़ रहा है. जिले में करीब साढ़े चार लाख बीपीएल परिवारों को राष्ट्रीय स्वास्थ्य बीमा योजना के तहत स्मार्ट हेल्थ कार्ड निर्गत किया गया है. वर्ष 2016-17 में स्मार्ट हेल्थ कार्ड बनाया गया. निर्गत कार्ड की वैद्यता है और इस कार्ड पर एक वर्ष का ही इलाज किसी तरह हो सका लेकिन दूसरे वर्ष से ही इलाज बंद हो गया.

्फिलहाल अप्रैल, 2017 से ही स्मार्ट हेल्थ कार्ड धारक बीपीएल परिवारों को मुफ्त इलाज की सुविधा नहीं मिल रही है. इस वजह से गरीब व असहाय मरीजों को इलाज के लिए जेवर व जमीन बेचने-गिरवी रखने को विवश होना पड़ रहा है.
क्या है योजना : बीपीएल परिवारों को निःशुल्क उपचार की सुविधा उपलब्ध कराने के लिए राष्ट्रीय स्वास्थ्य बीमा योजना करीब दस वर्ष पहले शुरू किया गया. इस योजना के तहत बीपीएल परिवारों स्मार्ट हेल्थ कार्ड निर्गत किया गया है. तीन वर्षों के लिए निर्गत कार्ड पर एक परिवार के चार सदस्यों को इलाज की सुविधा देने का प्रावधान है. एक वर्ष में एक परिवार को 30-30 हजार रुपये की राशि का इलाज प्राइवेट अस्पतालों में करने की सुविधा है. स्मार्ट हेल्थ कार्ड से बीपीएल परिवारों को निःशुल्क ऑपरेशन तथा दवा एवं घर से अस्पताल तक आने-जाने का किराया देने का प्रावधान है. इसके लिए जिले में 27 निजी चिकित्सालयों को अधिकृत किया गया है. स्मार्ट हेल्थ कार्ड धारक परिवारों की संख्या साढ़े चार लाख है.
क्या है स्थिति : जिले में स्मार्ट हेल्थ कार्ड धारक बीपीएल परिवारों का निःशुल्क इलाज करने के लिए अधिकृत प्राइवेट अस्पतालों ने उपचार करना बंद कर दिया है. इसका मुख्य कारण सरकार ने ही इस पर रोक लगा दी है. केंद्र व राज्य सरकारों के द्वारा प्रत्येक वर्ष इसके लिए बीमा कंपनी से बीपीएल परिवारों का हेल्थ बीमा कराया जाता है लेकिन वर्ष 2017 के अप्रैल से ही बीमा की प्रीमियम राशि का भुगतान नहीं किया गया है.
इस वजह से बीमा कंपनी इलाज करने वाले अस्पतालों के बिल का भुगतान नहीं कर रही है. स्वास्थ्य बीमा योजना की प्रीमियम राशि का भुगतान केंद्र व राज्य सरकारों को करना है. प्रीमियम की राशि का भुगतान नहीं होने के कारण इलाज ठप हो गया है और बीपीएल परिवारों को निःशुल्क इलाज की सुविधा नहीं मिल रही है.
प्रीमियम की राशि का भुगतान नहीं होने के कारण इलाज ठप
खास बातें
सारण जिले में चार लाख 50 हजार हैं स्मार्ट हेल्थ कार्ड धारक बीपीएल परिवार
जिले के स्मार्ट हेल्थ कार्ड धारक बीपीएल परिवारों का इलाज करने के लिए 27 अस्पताल निबंधित हैं
वर्ष 2017 अप्रैल से बंद है बीपीएल परिवारों का इलाज
तीन वर्ष के लिए निर्गत किया गया है स्मार्ट हेल्थ कार्ड
वर्ष 2016- 17 से लेकर 2018-19 तक वैद्यता है निर्गत स्मार्ट हेल्थ कार्ड की
कहते हैं अधिकारी
बीपीएल परिवारों को निःशुल्क इलाज की सुविधा उपलब्ध कराने के लिए राष्ट्रीय स्वास्थ्य बीमा योजना के संचालन के लिए गठित कोर कमेटी की बैठक शीघ्र बुलायी जायेगी और इसे चालू कराने का प्रयास किया जायेगा.
हरिहर प्रसाद, जिलाधिकारी, सारण

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