छपरा(सारण) : सावधान! आप जिसे भिखारी समझकर दान कर रहे हैं, वह अपराधी भी हो सकता है. जी हां. यह बात सौ फीसदी सच है. हाल की घटनाओं में जो सच सामने आयी है, वह काफी चौंकाने वाली है. चलती ट्रेनों में हाल के महीनों में कई लूट व चाकूबाजी की घटनाएं हुई हैं जिसमें संलिप्त अपराधियों का सच जानकर पुलिस भी दंग रह गयी. पकड़े गये सभी अपराधी दिन में ट्रेनों में व शहर के चौक-चौराहे पर भीख मांगने का काम करते हैं. हद तो, तब हो गयी, जब अपराधियों को वैसी जगह से पकड़ा गया,
जो भिखारियों की बस्ती है. छपरा शहर के राजेंद्र स्टेडियम की बगल में कुष्ठ बस्ती है. इसमें रहने वाले अधिकांश लोग भीख मांगकर गुजर बसर करते हैं, लेकिन हाल के महीने में कई घटनाओं में संलिप्त अपराधियों को भिखारियों की कुष्ठ बस्ती से गिरफ्तार किया गया. कुष्ठ बस्ती में रहने वाले कुछ ऐसे भी भिखारी हैं जो दिन में दिखाने के लिए भीख मांगते हैं और रात में लूटपाट की घटनाओं को अंजाम देते हैं. लूटपाट करने के बाद कुष्ठ बस्ती में जाकर छिपते हैं. ऐसा पुलिस से बचने के लिए करते हैं. कुष्ठ बस्ती में रहने वाले अपराधी मुख्य रूप से रेलवे क्राॅसिंग के आसपास और शहर की सुनसान जगहों पर आपराधिक घटनाओं को अंजाम देते हैं और रेलवे क्राॅसिंग पर खड़ी होने वाली ट्रेनों में लूटपाट करते हैं.
कई भिखारी जा चुके हैं जेल
राजकीय रेलवे पुलिस ने 6 अगस्त को नवी हसन उर्फ मुन्ना समेत तीन अपराधियों को कुष्ठ बस्ती से गिरफ्तार कर जेल भेजा था. नवी हसन उर्फ मुन्ना का भाई अली हसन भी अपराधी है जिसे पहले ही जेल भेजा जा चुका है. इस बस्ती के अपराधी शमशेर को भी ट्रेन डकैती के आरोप में गिरफ्तार कर पहले जेल भेजा जा चुका है. छपरा शहर के राजेंद्र स्टेडियम के पास कुष्ठ बस्ती में शरण लेने वाले अपराधियों का कई शहरों से तार जुड़ा हुआ है. यहां लगातार कई घटनाओं को अंजाम देने के बाद दूसरे शहरों में जाकर शरण लेते हैं. आपराधिक घटनाओं को अंजाम देने के बाद वह अपना स्थान बदल देते हैं. छपरा के अलावा, वाराणसी, गोरखपुर, मुजफ्फरपुर में भी जाकर अपराधी पनाह लेते हैं .
और दूसरे स्थानों पर आपराधिक घटनाओं को अंजाम देने के बाद यहां आकर पनाह लेते हैं.
मामूली रकम के लिए मारते हैं चाकू
कुष्ठ बस्ती में रहने वाले सक्रिय अपराधी मामूली रकम व छोटे-छोटे सामान की लूटपाट के दौरान चाकू मारकर घायल कर देते हैं. अब तक इस क्षेत्र में सक्रिय एक दर्जन से अधिक अपराधियों को गिरफ्तार भी किया गया है. गिरफ्तार इन सभी अपराधियों की उम्र 18 वर्ष से 25 वर्ष के बीच है. महज एक मोबाइल फोन तथा एक हजार रुपये की खातिर अपराधियों ने 6 अगस्त को एक छात्र को चाकू मारकर घायल कर दिया. यह महज संयोग है कि छात्र की जान बच गयी. अपराधियों ने छात्र की गर्दन पर चाकू से हमला किया था. दो माह पहले भी छपरा जंक्शन के पश्चिम श्यामचक रेलवे क्राॅसिंग के पास डाउन इंटरसिटी एक्सप्रेस ट्रेन में स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी को चाकू मारकर लूटपाट की गयी.
लूटपाट का विरोध करने पर चाकू मारकर गंभीर रूप से घायल कर दिया था.
केस स्टडी- 1
6 अगस्त की रात में सारण एकेडमी रेलवे ढाले के पास छात्र को चाकू मारकर लूटपाट की घटना को अंजाम दिया गया. इस घटना में शामिल एक अपराधी मौके पर पकड़ा गया. उसी की निशानदेही पर दो अन्य अपराधियों को भिखारियों की बस्ती से गिरफ्तार किया गया. इन अपराधियों ने गोपालगंज जिले के बैकुंठपुर थाना क्षेत्र के यादोपुर गांव के छात्र को चाकू मारकर मोबाइल लूटा और एक हजार रुपये भी लूट लिया. गिरफ्तार अपराधी नवी हसन उर्फ मुन्ना है.
केस स्टडी- 2
इसी कुष्ठ बस्ती से दो माह पहले दो अपराधियों को गिरफ्तार किया गया था. दोनों अपराधियों ने श्यामचक रेलवे क्रॉसिंग के पास डाउन इंटरसिटी एक्सप्रेस ट्रेन में लूटपाट की घटना को अंजाम दिया था और यात्री को चाकू मारकर घायल कर दिया था. अपराधियों ने यात्री से 24 हजार रुपये तथा मोबाइल लूट लिये थे. इस मामले में दोनों अपराधियों को जीआरपी ने कुष्ठ बस्ती से गिरफ्तार किया था.