ट्रकचालक को अनियंत्रित ट्रक ने कुचला, मौत

छपरा(सारण) : मशरक एसएच पर गौरा ओपी क्षेत्र के गोपालपुर नयका बाजार के पास एक ट्रक चालक को अनियंत्रित ट्रक ने सोमवार को कुचल डाला. उसकी मौत इलाज के दौरान सदर अस्पताल में हो गयी. वह उत्तर प्रदेश के कुशीनगर जिले के सेवरही थाना क्षेत्र के रकवा टुलमा पट्टी टोला रामसागरा गांव निवासी मो तारिक […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 4, 2018 6:08 AM

छपरा(सारण) : मशरक एसएच पर गौरा ओपी क्षेत्र के गोपालपुर नयका बाजार के पास एक ट्रक चालक को अनियंत्रित ट्रक ने सोमवार को कुचल डाला. उसकी मौत इलाज के दौरान सदर अस्पताल में हो गयी. वह उत्तर प्रदेश के कुशीनगर जिले के सेवरही थाना क्षेत्र के रकवा टुलमा पट्टी टोला रामसागरा गांव निवासी मो तारिक के पुत्र मो बिगन (35 वर्ष) बताया जाता है. घटना की सूचना अस्पताल प्रशासन ने परिजनों को दी. सूचना के बाद परिजन अस्पताल पहुंच गये हैं और पुलिस ने शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल में भेजा है. बताया जाता है कि मो बिगन छपरा से ट्रक लेकर गोपालगंज जा रहा था.

इसी दौरान वह गोपालपुर नयका बाजार के पास ट्रक को सड़क किनारे खड़ा कर चाय पीने के लिए ट्रक से नीचे उतरा तभी पीछे से आ रही एक अनियंत्रित ट्रक ने उसे कुचल डाला. इसके बाद अनियंत्रित ट्रक ने गुमटीनुमा और झोंपड़ीनुमा चार दुकानों को भी रौंद दिया. प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार नगरा की तरफ से आ रहे ट्रक को एक दूसरे ट्रक के द्वारा ओवरटेक किया गया. इस दौरान दुर्घटना होने के बाद पहले ट्रक के ड्राइवर के द्वारा बायीं तरफ मोड़ा गया जिससे ट्रक अनियंत्रित हो गया और पास की चार गुमटीनुमा दुकानों पर चढ़ गया जिससे दो दुकानदार कुतुस मियां व रामलगन राय घायल हो गये.

दोनों घायलों को इलाज के लिए लोगों के सहयोग से अस्पताल पहुंचाया गया. रामलगन राय की स्थिति सामान्य बतायी जा रही है जबकि कुतुस मियां का इलाज सदर अस्पताल छपरा में चल रहा है. इस मामले में मृत ट्रक चालक के पिता मो तारिक के बयान पर प्राथमिकी दर्ज कर ली गयी है. पुलिस ने दुर्घटनाग्रस्त ट्रक को जब्त कर लिया है. ट्रक चालक की मौत के बाद परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल है. मृतक की पत्नी व पिता रो-रो कर कई बार बेहोश हो रहे थे. मो बिगन अपने परिवार का एकमात्र कमाऊ सदस्य था. ट्रक चलाकर वह अपने परिवार का भरण- पोषण करता था. मो तारिक के बुढ़ापे की लाठी छिन गयी है और पूरे परिवार पर दुःखों का पहाड़ टूट पड़ा है. उसकी पत्नी को अपने और अपने बच्चों के भरण-पोषण की चिंता सता रही है.

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