बम विस्फोट मामले में निदेशक ने दी गवाही
छपरा(कोर्ट) : तीन वर्ष पूर्व 18 अप्रैल को व्यवहार न्यायालय परिसर में हुए बम विस्फोट मामले में विधि विज्ञान प्रयोगशाला मुजफ्फरपुर के वरीय वैज्ञानिक सह निदेशक साक्ष्य देने के लिए कोर्ट में उपस्थित हुए. अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश एकादश धर्मेंद्र कुमार सिंह के न्यायालय में चल रहे बम विस्फोट मामले के सत्रवाद 251/17 में […]
छपरा(कोर्ट) : तीन वर्ष पूर्व 18 अप्रैल को व्यवहार न्यायालय परिसर में हुए बम विस्फोट मामले में विधि विज्ञान प्रयोगशाला मुजफ्फरपुर के वरीय वैज्ञानिक सह निदेशक साक्ष्य देने के लिए कोर्ट में उपस्थित हुए. अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश एकादश धर्मेंद्र कुमार सिंह के न्यायालय में चल रहे बम विस्फोट मामले के सत्रवाद 251/17 में गुरुवार को निदेशक मोहम्मद मजीद खान साक्ष्य देने के लिए न्यायाधीश के समक्ष प्रस्तुत हुए.
निदेशक श्री खान, जिन्होंने विस्फोट के उपरांत पुलिस द्वारा एकत्र की गयी विस्फोटक सामग्री का 22 जुलाई, 2016 को प्रयोगशाला में परीक्षण किया था, का बचाव पक्ष के अधिवक्ता रवि रंजन प्रसाद सिंह व सहायक नीरज नयन ने प्रति परीक्षण किया. ज्ञात हो कि इस सत्रवाद में अभियोजन की ओर से अपर लोक अभियोजक सुनील कुमार चौधरी ने विगत 15 अप्रैल को निदेशक का परीक्षण पूर्ण किया था और समयाभाव के कारण बचाव पक्ष के अधिवक्ता द्वारा उस दिन प्रति परीक्षण नहीं किया जा सका था,
जिस वजह से न्यायाधीश ने प्रति परीक्षण के लिए दो मई की तिथि निर्धारित की थी, जो गुरुवार को पूर्ण हुआ. विदित हो कि 18 अप्रैल, 2016 को खुशबू कुमारी किसी घटना को अंजाम देने के लिए अपने वस्त्र में छिपा कर बम लायी थी, वह असावधानी के कारण अपने आप विस्फोट कर गया था, जिसमें खुशबू गंभीर रूप से जख्मी हो गयी थी, जबकि वहां उपस्थित कुछ अन्य लोग भी आंशिक रूप से घायल हो गये थे.
इस मामले में तत्कालीन नगर थानाध्यक्ष रवि कुमार ने कांड संख्या 191/16 में खुशबू समेत अन्य के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज करायी थी. ज्ञात हो कि एपीपी के आवेदन पर न्यायाधीश ने मामले के सभी सरकारी व गैर सरकारी साक्षियों को साक्ष्य के लिए कोर्ट में बुलाये जाने को लेकर सम्मन जारी किया था.