एक संवेदक अधिक से अधिक चार योजनाओं में डाल सकते हैं निविदा
छपरा (सदर) : जिले की विभिन्न पंचायतों के 446 वार्डों में हर घर नल का जल पहुंचाने को ले लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण विभाग द्वारा बिडर्स कॉन्फ्रेंस का आयोजन गुरुवार को छपरा में किया गया. इस दौरान पीएचइडी के कार्यपालक अभियंता किशुनदेव विसवा ने मुख्यमंत्री ग्रामीण पेयजल निश्चय योजना, राष्ट्रीय ग्रामीण पेयजल कार्यक्रम, राष्ट्रीय पेयजल गुणवत्ता […]
छपरा (सदर) : जिले की विभिन्न पंचायतों के 446 वार्डों में हर घर नल का जल पहुंचाने को ले लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण विभाग द्वारा बिडर्स कॉन्फ्रेंस का आयोजन गुरुवार को छपरा में किया गया. इस दौरान पीएचइडी के कार्यपालक अभियंता किशुनदेव विसवा ने मुख्यमंत्री ग्रामीण पेयजल निश्चय योजना, राष्ट्रीय ग्रामीण पेयजल कार्यक्रम, राष्ट्रीय पेयजल गुणवत्ता सबमिशन, विश्व बैंक सहायतित निर्मल योजना के अंतर्गत पेयजल के बेहतर विकल्प उपलब्ध कराने तथा जलजनित बीमारियों को कम करने के उद्देश्य से शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराने में बिडर्स की भूमिका की चर्चा की.
इस दौरान उन्होंने कहा कि कुल 97 समूह बनाये गये हैं. हर घर नल का जल योजना के तहत वार्ड वार योजनाओं के क्रियान्वयन के लिए दो करोड़ तक की योजना में निबंधित संवेदक भाग ले सकते हैं तथा एक संवेदक अधिक से अधिक चार योजनाओं में निविदा डाल सकते हैं.
पूर्व से कार्यरत वैसे संवेदक जिनकी बिड क्षमता समाप्त हो चुकी है, वे भी निविदा में भाग ले सकते हैं. निविदा की प्रक्रिया के बाद कार्यपालक अभियंता के अध्यक्षता में गठित तीन सदस्यीय कमेटी अंतिम रूप से मुहर लगायेगी. इस दौरान संवेदकों के प्लांट एवं उपकरण की आवश्यक पर भी चर्चा हुई.
बैठक में अधीक्षण अभियंता सुरेश प्रसाद सुर ने कहा कि एकरारनामा के समय में दो माह तक विस्तार का अधिकार कार्यपालक अभियंता को दो माह से छह माह तक की अवधि विस्तार का अधिकार अधीक्षण अभियंता को तथा उससे ज्यादा अवधि विस्तार का अधिकार मुख्य अभियंता को है. इस दौरान उन्होंने सभी संवेदकों से हर घर नल-जल योजना के बेहतर कार्यान्वयन में भूमिका की चर्चा की. बैठक में लगभग चार दर्जन से ज्यादा संवेदक उपस्थित थे.
446 वार्डों में हर घर नल जल योजना क्रियान्वयन को ले संवेदकों के साथ बैठक
पीएचइडी के अधीक्षण व कार्यपालक अभियंताओं ने योजना के क्रियान्वयन में नयी व्यवस्था की दी जानकारी
वार्ड वार योजनाओं के क्रियान्वयन के लिए दो करोड़ तक की योजना में निबंधित संवेदक ले सकते हैं भाग