राज्यस्तरीय टीम के अधिकारियों ने पांच घंटे की जांच

छपरा : लक्ष्य योजना के तहत चयनित सदर अस्पताल का निरीक्षण राज्यस्तरीय दो सदस्यीय टीम ने की. इस दौरान टीम ने प्रसव कक्ष और ऑपरेशन थिएटर का जायजा लिया. राज्यस्तरीय टीम ने एक-एक बिंदु पर करीब पांच घंटे तक जांच की. वहां मौजूद डॉक्टर व कर्मियों से पूछताछ की गयी. टीम दो दिनों तक जांच […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 29, 2019 6:06 AM

छपरा : लक्ष्य योजना के तहत चयनित सदर अस्पताल का निरीक्षण राज्यस्तरीय दो सदस्यीय टीम ने की. इस दौरान टीम ने प्रसव कक्ष और ऑपरेशन थिएटर का जायजा लिया. राज्यस्तरीय टीम ने एक-एक बिंदु पर करीब पांच घंटे तक जांच की. वहां मौजूद डॉक्टर व कर्मियों से पूछताछ की गयी. टीम दो दिनों तक जांच करेगी. टीम ने प्रसव कक्ष व ऑपरेशन थिएटर में मिलने वाली सुविधाओं के बारे में जानकारी ली.

बता दें कि चयनित अस्पताल की तीन स्तर पर रैंकिंग की जाती है. सदर अस्पताल की पहले जिलास्तरीय टीम जांच करती है. फिर राज्यस्तरीय टीम जांच करती है. राज्यस्तरीय टीम अपना जांच रिपोर्ट सरकार को सौंपेगी. सरकार द्वारा यह रिपोर्ट केंद्रीय टीम को भेजी जायेगी. इसके बाद केंद्रीय टीम सदर अस्पताल का निरीक्षण कर क्वालिटी की जांच करेगी.
निरीक्षण के बाद सुविधाओं के आधार पर रैंकिंग की जायेगी. अगर रैंकिंग में 70 प्रतिशत लक्ष्य प्राप्त होता है तो सदर अस्पताल को तीन लाख रुपये का इनाम दिया जायेगा. मुख्य रूप से अस्पतालों के प्रसव कक्ष तथा ऑपरेशन थिएटर को लक्ष्य कार्यक्रम के मानक के अनुरूप विकसित किया गया है.
इस मौके पर सदर अस्पताल के उपाधीक्षक डॉ. दीपक कुमार, महिला रोग विशेषज्ञ डॉ नीला सिंह, डीएचएस के डीपीसी रमेशचंद्र कुमार प्रसाद, यूनिसेफ के जिला समन्वयक आरती त्रिपाठी, अस्पताल प्रबंधक राजेश्वर प्रसाद, केयर के डीटीएल संजय कुमार विश्वास, अमितेश कुमार समेत अन्य चिकित्साकर्मी मौजूद थे.
आठ तरह के पैमाने हैं मूल्यांकन के लिए : सदर अस्पताल अस्पताल की गुणवत्ता की मैपिंग की गयी. इसमें कुल आठ तरह के मूल्यांकन पैमाने बनाये गये हैं. इसमें अस्पताल की आधारिक संरचना के साथ अस्पताल में साफ-सफाई का स्तर, स्टाफ की उपलब्धता, लेबर रूम के अंदर जरूरी संसाधनों की उपलब्धता के साथ ऑपरेशन थिएटर की भी मैपिंग की गयी है. निर्धारित लक्ष्य प्राप्त करने वाले जिलास्तरीय अस्पताल को प्रोत्साहन धनराशि और प्रमाणपत्र देने का प्रावधान है. सदर अस्पताल का लक्ष्य कार्यक्रम के तहत प्रमाणीकरण किया जा रहा है.
मरीजों व परिजनों से टीम ने लिया फीडबैक : जांच टीम ने सदर अस्पताल में आये मरीजों व उनके परिजनों से भी फीडबैक लिया. टीम ने मरीज के परिजनों से अस्पताल द्वारा दी जाने वाली सुविधा व जानकारियों के बारे में पूछताछ की. मरीजों व परिजनों ने कहा कि यहां पर मिलने वाली सुविधाओं से वह पूरी तरह से संतुष्ट हैं. अब पहले से बेहतर सुविधाएं मिल रही हैं. गुणवत्ता में भी सुधार किया गया है.
लक्ष्य योजना के तहत सदर अस्पताल का निरीक्षण
प्रसव कक्ष और ऑपरेशन थिएटर की भी ली जानकारी
केंद्रीय टीम अस्पताल का निरीक्षण कर क्वालिटी की करेगी जांच
70 प्रतिशत उपलब्धि पर सांत्वना पुरस्कार
तय मानकों को पूरा करने पर मिलेगा पुरस्कार
27 अगस्त से लेकर 60 दिनों तक चलेगा अभियान
प्रसव कक्ष तथा ऑपरेशन थिएटर को किया गया सुसज्जित
लक्ष्य कार्यक्रम के तहत सभी संसाधनों व सुविधा उपलब्ध कराया गया है और लक्ष्य कार्यक्रम के मानकों के अनुरूप सदर अस्पताल के प्रसव कक्ष तथा ऑपरेशन थिएटर को सुसज्जित कर दिया गया है. प्रसव कक्ष और ऑपरेशन थिएटर को बेहतर बनाने से मरीजों को सुविधा व सहूलियत हो रही है.
तीन स्तर पर रैंकिंग
लक्ष्य कार्यक्रम के तहत तीन स्तरों पर रैंकिंग की जाती है. पहले जिला स्तर पर, उसके बाद रीजनल स्तर पर और तृतीय चरण में राष्ट्रीय स्तर पर रैंकिंग की जाती है. प्रोत्साहन राशि प्राप्त करने के लिए न्यूनतम 75 अंक प्राप्त करना अनिवार्य होता है.
70 प्रतिशत उपलब्धि पर सांत्वना पुरस्कार
तय मानकों के सापेक्ष 70% उपलब्धि पर सांत्वना पुरस्कार दिये जाने का भी प्रावधान बनाया गया है. सांत्वना पुरस्कार के रूप में सदर अस्पताल को 3 लाख, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों या अनुमंडलीय अस्पतालों को एक लाख एवं प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों को 50 हजार रुपये दिये जाते हैं.

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