शिक्षा विभाग की टीमों ने 200 स्कूलों का किया निरीक्षण

छपरा (सदर) : समान कार्य के लिए समान वेतन की मांग को ले शिक्षकों के पटना से लेकर छपरा तक विरोध प्रदर्शन के बीच डीइओ अजय कुमार सिंह द्वारा गठित पदाधिकारियों की अलग-अलग 14 टीमों ने पूरे जिले के विभिन्न विद्यालयों की जांच की. इस दौरान टीम द्वारा लगभग 200 प्राथमिक, मध्य एवं उच्च विद्यालयों […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 6, 2019 12:44 AM

छपरा (सदर) : समान कार्य के लिए समान वेतन की मांग को ले शिक्षकों के पटना से लेकर छपरा तक विरोध प्रदर्शन के बीच डीइओ अजय कुमार सिंह द्वारा गठित पदाधिकारियों की अलग-अलग 14 टीमों ने पूरे जिले के विभिन्न विद्यालयों की जांच की.

इस दौरान टीम द्वारा लगभग 200 प्राथमिक, मध्य एवं उच्च विद्यालयों की जांच की गयी. जांच के दौरान पदाधिकारी विभिन्न प्रखंडों के ग्रामीण क्षेत्रों के विद्यालयों में जांच करते रहे. वहीं जांच के दौरान 35 से 40 फीसदी विद्यालयों के बंद रहने की सूचना मिली है. डीइओ के द्वारा गठित टीम को निर्देश दिया कि उन्हें इस बात की जांच करना है
कि विद्यालय खुले है या नहीं तथा विद्यालयों में शिक्षक दिवस मनाया गया है या नहीं. एक ओर सरकार द्वारा विद्यालयों को हर हाल में खोलने तथा शिक्षकों की उपस्थित अनिवार्य किया था. वहीं विभिन्न शिक्षक संघों के आह्वान पर सैकड़ों विद्यालयों के शिक्षक विद्यालय बंद कर गायब मिले. यह इस बात को दर्शाता है कि सरकार के निर्देश के बावजूद शिक्षक संघों के आह्वान पर अपनी मांगों को ले अधिकतर शिक्षकों ने संघ के प्रति आस्था दिखायी.
डीपीओ लेखा योजना मीना कुमारी ने मढ़ौरा व नगरा के 18 विद्यालयों का निरीक्षण किया. इसमें कई विद्यालय बंद पाये गये. दरियापुर के बीइओ सत्यनारायण पासवान ने बताया कि उनके द्वारा दरियापुर के 25 तथा गड़खा के छह विद्यालयों का निरीक्षण किया गया.
इस दौरान 12 विद्यालय पूरी तरह बंद पाये गये. इसक अलावा सर्व शिक्षा अभियान के डीपीओ अमरेंद्र कुमार गौड़, स्थापना डीपीओ सुनील गुप्ता, डीपीओ लेखा योजना, मीना कुमारी के अलावा बीइओ, पीओ, विद्यालयों का भ्रमण करते रहे, जिसे लेकर पूरे दिन शिक्षक दिवस होने के बावजूद शिक्षकों में हड़कंप देखा गया. डीइओ अजय कुमार सिंह ने कहा कि सभी जांच पदाधिकारियों को शाम पांच बजे तक रिपोर्ट देने का निर्देश दिया गया है. वहीं जांच में गये पदाधिकारी चार बजे तक विद्यालयों की जांच करने के बाद अपनी-अपनी रिपोर्ट डीइओ को सौंपने के लिए जुट गये थे.

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