बेटियों की मौत का सदमा तोड़ रहा हौसला

छपरा : रिविलगंज प्रखंड के नयी बस्ती बिनटोली में रहने वाली दो बच्चियों की हत्या के बाद पूरे गांव में सन्नाटा पसरा हुआ है. अपनी बेटियों की मौत के बाद परिजनों के साथ बस्ती के लोगों का हौसला भी टूट रहा है. बुधवार को बस्ती में शायद ही कोई ऐसा घर होगा जहां ठीक ढंग […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 21, 2019 6:08 AM

छपरा : रिविलगंज प्रखंड के नयी बस्ती बिनटोली में रहने वाली दो बच्चियों की हत्या के बाद पूरे गांव में सन्नाटा पसरा हुआ है. अपनी बेटियों की मौत के बाद परिजनों के साथ बस्ती के लोगों का हौसला भी टूट रहा है. बुधवार को बस्ती में शायद ही कोई ऐसा घर होगा जहां ठीक ढंग से सुबह का चूल्हा जला हो. बच्चियों के मां बाप यह बात जान रहें है कि अब उनकी बेटियां वापस तो नहीं आयेंगी, लेकिन फिर भी उनकी निगाहें हर वक्त दरवाजे पर ही टिकी रह रही है.

गत रविवार बिनटोली नयी बस्ती की मासूम सीमा और रानी अपनी सहेलियों के साथ बस्ती के बगल में ही काली मंदिर के निकट बगीचे में खेलने गयी थी. लेकिन उन बच्चियों को क्या पता था कि उनके बचपन के खेल का वह आखिरी दिन होगा.
विदित हो कि रविवार से लापता इन दोनों बच्चियों की हत्या कर उनका शव सोंधी नदी के पास पानी भरे गड्ढे में मिला. सोमवार को पहली बच्ची का शव बरामद हुआ. इसके बाद से ही पुलिस एक्टिव होकर घटना में संलिप्त आरोपित की तलाश में जुटी थी.
वहीं मंगलवार को सोंधी नदी के पास से ही दूसरी बच्ची का भी शव बरामद होने के बाद रिविलगंज प्रखंड समेत आसपास के इलाकों में सनसनी फैल गयी. पुलिस ने मृत बच्चियों की सहेलियों द्वारा बनवाये गये स्केच के आधार पर फिरोज नट को गिरफ्तार कर लिया. वहीं युवक ने भी गिरफ्तारी के बाद इस नृशंस अपराध में अपनी संलिप्तता स्वीकार कर ली है.
बस्ती में रहने वाले लोगों को सता रही है अपने परिजनों की चिंता
आरोपित ने हाजत में ही की आत्महत्या की कोशिश
गिरफ्तारी के बाद अभियुक्त फिरोज नट ने हाजत में ही आत्महत्या की कोशिश की. उसने हथकड़ी के नुकीले भाग से अपने गर्दन की नस को काट लिया. उसे तुरंत ही सदर अस्पताल भर्ती कराया गया.
जहां चिकित्सकों ने उसका इलाज किया. सदर अस्पताल के डॉ राकेश कुमार ने बताया कि अभियुक्त ने धारदार नुकीली वस्तु से अपनी गर्दन के नस को काटने की कोशिश की है. उसका इलाज कर इएनटी के लिए पीएमसीएच रेफर किया गया है. वहीं सारण एसपी हरकिशोर राय ने बताया कि पुलिस ने इस मामले को पूरी गंभीरता से हैंडिल किया. जारी किये गये स्केच के आधार पर उसे गिरफ्तार किया गया.
पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद हत्या कांड की स्थिति पूरी तरह स्पष्ट हो पायेगी. अभियुक्त ने अपना जुर्म कबूल कर लिया है. पुलिस कस्टडी में हत्याकांड के आरोपित द्वारा आत्महत्या के प्रयास के बाद पुलिस पर भी सवालिया निशान उठने लगे है. वहीं अब तक उन दो बच्चियों की हत्या आरोपित ने क्यों और किन परिस्थितियों में की इसका खुलासा अब तक पुलिस नहीं कर पायी है.
वहीं हत्या के बाद बच्चियों के साथ दुष्कर्म किये जाने की बात भी चर्चा में बनी हुई है. पुलिस अब तक इस बाबत कुछ भी कहने से इन्कार कर रही है. वहीं सारण के एसपी हरकिशोर राय ने बताया कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही यह मामला पूरी तरह स्पष्ट हो पायेगा.
गुनाह करने के बाद फिरोज ने बदल लिया था हुलिया
पुलिस ने दोनों बच्चियों के गायब होने के बाद काफी सक्रियता से जांच शुरू की. इस क्रम में वहां खेलने गयी अन्य लड़कियों द्वारा बनाये गये स्केच के आधार पर ही आरोपित की गिरफ्तारी हो सकी. पुलिस ने पहले जो स्केच बनाया था उसमें फिरोज दाढ़ी में नजर आ रहा था. उसने गुनाह करने के बाद अपना हुलिया बदल लिया था. अपनी दाढ़ी भी कटवा ली थी.
पहले जब पुलिस ने उसे स्केच के आधार पर गिरफ्तार किया था. तब यह स्पष्ट नहीं हो रहा था कि वह असली गुनाहगार है. बाद में लड़कियों द्वारा बताये गये उसी स्केच को बिना दाढ़ी के बनाया गया तो सामने की तसवीर फिरोज के शक्ल में उभरी. फिरोज ने इसके बाद ही अपना गुनाह कबुल कर लिया.
मिठाई व लकड़ी के बहाने ले गया था
रविवार की शाम बच्चियां अपने बस्ती के पास काली मंदिर के निकट बगीचे में रोजाना की तरह खेल रही थी. इसी क्रम में फिरोज नट कहीं से घूमता हुआ वहां आया. उसने वहां खेल रही सभी बच्चियों को मिठाई और जलावन की लकड़ियां देने का प्रलोभन दिया और उन्हें साथ चलने को कहा.
पहले तो कुछ बच्चियां घबरायी. बाद में उसने उन बच्चियों को जबरदस्ती खींचकर ले जाने की कोशिश की. कुछ बच्चियां हाथ छुड़ाकर भाग गयी. जबकि सीमा और रानी को वह अपने साथ ले गया. इसके बाद से उनका कोई पता नहीं चला. वहां से भाग कर आयी बच्चियों ने जब अपने परिजनों को यह बात बतायी तब उन दोनों बच्चियों की तलाश शुरू हुई. बाद में सोमवार व मंगलवार को उन दोनों का शव बरामद हुआ.
मां ने कहा, हमनी के भी थाना में बंद कर दीं हुजूर, अपना बस्ती में डर लाग ता
इस घटना के बाद बिन टोली नयी बस्ती में मातम पसरा हुआ है. मृत बच्चियों के मां-बाप और उनके छोटे-छोटे भाई अपनी बहन के जाने का गम स्वीकार नहीं कर पा रहे है. मां बिलख-बिलख कर अपनी बेटियों के लिए चित्कार कर रही है.
सीमा की मां ने अपना दर्द इजहार करते हुए कहा कि अब बस्ती में रहने से भी डर लगने लगा है. अपनी भावनाओं को व्यक्त करते हुए उसकी मां प्रशासन से गुहार लगाती है कि ‘हुजूर हमनी के भी थाना में बंद कर दी. उहें हमनी के सुरक्षित रहेम, अपना बस्ती में त अब डर लागता’ बस्ती के लोग इस घटना के बाद खौफजदा है.
अपने बच्चों को घर से दूर भेजने से डर रहें है. पुलिस ने हर तरह से सुरक्षा के प्रति तत्पर रहने की बात कही है. उसके बाद भी बस्ती के लोगों में भय बना हुआ है. कई लोग तो, यह भी कह रहें है कि जब हमारी बहन बेटियों की सुरक्षा ही नहीं होगी तो हम किसके भरोसे उन्हें छोड़ काम करने बाहर जायेंगे. ऐसे में तो बस्ती से पलायन करना ही उचित होगा.
सहेलियों ने कहा, अब कभी खेलने नहीं जायेंगे हम
बस्ती के लोगों के साथ मृत बच्चियों की सहेलियां भी गम जदा है. बस्ती की बच्चियां इस घटना के बाद सहमी हुई है. बस्ती की रहने वाली भूली और सरस्वती जैसी बच्चियां जो रोजाना पास के बगीचे में खेलने जाया करती थी अब उन्हें डर सता रहा है.
बच्चियों ने अपनी डरी हुई आवाज में कहा की अब हम कभी भी घर से बाहर खेलने नहीं जायेंगे. मां-बाप भी बच्चियों के इस चिंता को स्वीकार कर मौन साधे हुए है. वहीं आस-पास के ग्रामीण बस्ती में पहुंच कर परिजनों को सांत्वना देने में जूटे है.

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