- आज से तीन दिनों तक बंद रहेंगी दवा की दुकानें, लोगों को हो सकती हैं परेशानी
- तकनीकी गलतियां साबित कर दवा विक्रेताओं को किया जाता है परेशान : संघ
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अस्पतालों के आसपास की दुकानें रहेंगी खुली
आज से तीन दिनों तक बंद रहेंगी दवा की दुकानें, लोगों को हो सकती हैं परेशानी तकनीकी गलतियां साबित कर दवा विक्रेताओं को किया जाता है परेशान : संघ छपरा : सारण जिला औषधि विक्रेता संघ ने बुधवार से तीन दिवसीय हड़ताल का आह्वान किया है. जिला संघ के अध्यक्ष अभिषेक कुमार ने बताया कि […]
छपरा : सारण जिला औषधि विक्रेता संघ ने बुधवार से तीन दिवसीय हड़ताल का आह्वान किया है. जिला संघ के अध्यक्ष अभिषेक कुमार ने बताया कि दवा विक्रेताओं पर हो रहे उत्पीड़न व उन्हें तकनीकों के आधार पर गलत साबित कर बार-बार प्रताड़ित किये जाने के विरोध में राज्य संघ के निर्देश पर बंद का आह्वान किया गया है.
उन्होंने कहा कि जिले के सभी फारमासिस्ट 22, 23 व 24 जनवरी तक अपनी मांगों के समर्थन में दवा दुकानों को बंद रखेंगे. थोक व खुदरा दुकानें पूर्ण रूप से बंद रखी जायेंगी. वहीं संघ की ओर से आम लोगों को राहत देने के उद्देश्य से निजी नर्सिंग होम व सरकारी अस्पतालों के सामने मौजूद दवा दुकानों को बंद से दूर रखा गया है.
आपात स्थिति में संघ से संपर्क करने पर मिलेंगी दवाएं
औषधि विक्रेता संघ ने सदर अस्पताल के सामने जितनी भी दुकानें हैं, उन्हें बंद से दूर रखा है. यहां तीन दिनों तक 24 घंटे दवाएं उपलब्ध रहेंगी. वहीं आपात स्थिति में भी संघ को संपर्क करने पर दवाएं दे दी जायेंगी. प्रखंडों में भी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के सामने जो भी दुकानें निजी रूप से चलती है उन्हें बंद से दूर रखा जायेगा.
जिले के सभी नर्सिंग होम संचालकों को भी दवा दुकानें खोले रखने के लिए सूचित किया गया है. वहीं जिले की जिन संस्थाओं की ओर से ऑनलाइन दवा की डिलीवरी दी जाती है, वह भी अपना कार्य कर सकते है.
इमरजेंसी में यहां से मिलेंगी दवाएं
सदर अस्पताल के ओपीडी से
अस्पताल के सामने की निजी दवा दुकानों से
जिले के नर्सिंग होम में स्थित दवा दुकानों से
मरीजों को दी जायेगी राहत, अस्पताल के पास दुकानें रहेंगी खुली
मंगलवार को औषधि विक्रेता संघ की बैठक बुलायी गयी, जिसमें निर्णय लिया गया कि इमरजेंसी के मरीजों को कोई तकलीफ न हो इसे ध्यान में रखते हुए जिले के सभी निजी नर्सिंग होम की दवा दुकानें खुली रहेंगी.
साथ ही सदर अस्पताल के सामने की दुकानें भी खुली रहेंगी. इन सभी दवा दुकानों को बंद से दूर रखा गया है. ताकि कोई परेशानी नहीं हो सके. वहीं संघ के सचिव ज्ञानेश्वर प्रसाद जायसवाल ने बताया कि सरकार की गलत नीतियां दवा विक्रेताओं को बार-बार परेशान कर रही है.
इस संदर्भ में कई बार राज्य सरकार से विमर्श किया जा चुका है, लेकिन बार-बार कुछ न कुछ तकनीकी गलतियां साबित कर दवा विक्रेताओं को परेशान किया जाता है. जिससे पूरे प्रदेश में तीन दिनों तक बंद का आह्वान किया गया है. उन्होंने कहा कि हमारे लिए उपभोक्ताओं की सेवा सर्वोपरी है. बार-बार परेशान होने के कारण दवा विक्रेता स्वयं को उत्पीड़न महसूस कर रहें है.
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