सारण के 20 स्कूलों को पीएमश्री योजना के तहत किया गया चयन, बनेंगे मॉडर्न

बच्चों के शिक्षा को स्मार्ट शिक्षा से जोड़ने के लिए एक नयी योजना को शुरू किया गया है. इस योजना के जरीये पुराने स्कूलों को एक नया रूप दिया जायेगा.

By Prabhat Khabar News Desk | July 26, 2024 10:30 PM
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छपरा. बच्चों के शिक्षा को स्मार्ट शिक्षा से जोड़ने के लिए एक नयी योजना को शुरू किया गया है. इस योजना के जरीये पुराने स्कूलों को एक नया रूप दिया जायेगा. इसी योजना का नाम पीएमश्री योजना रखा गया है. सारण में पहले चरण में हर प्रखंड के एक स्कूल को चयनित किया गया. दूसरे चरण के लिए 31 जुलाई तक आवेदन लिये जा रहे हैं. इस योजना की शुरुआत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के द्वारा 2022 को शिक्षक दिवस के अवसर पर किया था. पीएमश्री योजना के तहत स्कूलों को विकास और नई मॉडल से जोड़ा जाना है. इस योजना के जरीये सभी चयनित स्कूलों में गुणवत्ता वाली शिक्षा प्रदान किया जाएगा.

बदल जायेगा स्कूलों का लुक

इस योजना से स्कूलों को अपग्रेड किया जायेगा. इन पुराने स्कूलों को अपग्रेड करते समय स्मार्ट कक्षाओं, खेल और आधुनिक सुंदर ढांचे पर विशेष जोर दिया जाएगा. सभी स्कूलों को केंद्रीय विद्यालयों की तरह बनाया जायेगा, जो देश के सभी राज्यों में हैं. स्कूलों को अपग्रेड करने के लिए पीएम श्री योजना का खर्च केंद्र सरकार वहन करेगी, जबकि राज्य सरकार को इस योजना को लागू करने और देखने के लिए जिम्मेदार मिलेगी. सामान्य लोगों के बच्चों को इस योजना के तहत सुधारित स्कूलों से अच्छी शिक्षा मिलेगी. जिससे उनका भविष्य बेहतर होगा और वे शिक्षित होकर भारत की वृद्धि में योगदान दे सकेंगे.

अब प्रायोगिक तौर पर सीखेंगे बच्चे

इस योजना के तहत क्लास के शिक्षकों को अनुभावनात्मक शिक्षा प्रदान किया जायेगा और साथ में उन्हें विभिन्न उपकरणों से परिचित भी कराया जायेगा. जिससे वह अपने शिक्षा प्रणाली में सुधार ला सके. इन उपकरणों में आर-वीआर हेडसेट, बहुभाषी पेन ट्रांसलेटर, आभासी कक्षाओं के लिए वीडियो रिकॉर्डिंग लैब, खिलौनों का उपयोग करने वाले शैक्षणिक उपकरण और नेत्रहीन विद्यार्थियों के लिए पाठ को ऑडियो में बदलने की क्षमता भी मौजूद है.

31 जुलाई तक करें अप्लाई, यह है टिप्स

सबसे पहले स्कूलों को इस योजना की आधिकारिक वेबसाइट में जाकर आवेदन करना पड़ेगा. यह वेबसाइट स्कूलों के लिए हर साल तीन-तीन महीने में खोला जाएगा, जिस स्कूल अपना रजिस्ट्रेशन कर सके. फिर सरकारी अधिकारियों की टीम के द्वारा इन स्कूलों का निरीक्षण किया जायेगा और उस स्कूल से संबंधित रिपोर्ट तैयार करके भेजी जायेगी. उसका चयन होता है, तो उन्हें मॉडर्न स्कूल बनाने के लिए चयन किया जायेगा.

पहले चरण में इन स्कूलों का हुआ चयन

अमनौर प्रखंड के मीडिल स्कूल रसूलपुर, बनियापुर प्रखंड के मीडिल स्कूल कोल्हूआ, सदर प्रखंड के मीडिल स्कूल चिरांद, दरियापुर प्रखंड के मीडिल स्कूल ढोंगहा, दिघवारा प्रखंड के उत्क्रमित मध्य विद्यालय चकिया टोला, एकमा प्रखंड के उत्क्रमित मध्य विद्यालय परसागढ़ हिंदी, गड़खा प्रखंड के मध्य विद्यालय महादेव बसंत, इसुआपुर प्रखंड के मध्य विद्यालय सिसवा, जलालपुर प्रखंड के मध्य विद्यालय भटकेसरी, लहलादपुर प्रखंड के मध्य विद्यालय बसही उर्दू आदर्श, मकेर प्रखंड के उत्क्रमित मध्य विद्यालय बाघाकोल खलपुरा, मांझी प्रखंड के उत्क्रमित मध्य विद्यालय जैतपुर, मशरक प्रखंड के उत्क्रमित मध्य विद्यालय मदारपुर, नगरा प्रखंड के उत्क्रमित मध्य विद्यालय कादीपुर, पानापुर प्रखंड के उत्क्रमित मध्य विद्यालय सतजोड़ा उर्दू, परसा प्रखंड के मध्य विद्यालय बहमाड़र, रिविलगंज प्रखंड के उत्क्रमित मध्य विद्यालय औली कन्या, सोनपुर प्रखंड के मध्य विद्यालय सबलपुर पूर्वी, तरैया प्रखंड के मध्य विद्यालय उसरी चांदपुरा शामिल है.

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