छपरा : मिड डे मील ने ली 11 मासूमों की जान
मृत बच्चों के परिजन को दो–दो लाख रुपये मुआवजा रसोइया मंजू देवी की भी जान खतरे में प्रधानाध्यापक समेत दोनों शिक्षक फरार अभिभावकों ने पीएचसी पहुंचाया, इलाज में देरी से बिगड़ी हालत सांसद प्रभुनाथ सिंह ने बसों की व्यवस्था कर भेजा अस्पताल छपरा/मशरक : मंगलवार को सारण जिले के मशरक प्रखंड के गंडामन नवसृजित प्राथमिक […]
मृत बच्चों के परिजन को दो–दो लाख रुपये मुआवजा
रसोइया मंजू देवी की भी जान खतरे में
प्रधानाध्यापक समेत दोनों शिक्षक फरार
अभिभावकों ने पीएचसी पहुंचाया, इलाज में देरी से बिगड़ी हालत
सांसद प्रभुनाथ सिंह ने बसों की व्यवस्था कर भेजा अस्पताल
छपरा/मशरक : मंगलवार को सारण जिले के मशरक प्रखंड के गंडामन नवसृजित प्राथमिक विद्यालय में मंगलवार को मिड डे मील खाने से 11 बच्चों की मौत हो गयी, जबकि 60 से अधिक बच्चे गंभीर रूप से बीमार हैं.
इनमें कई की हालत नाजुक है. बिहार में मिड डे मील खाने से पहली बार एक साथ इतने बच्चों की मौत हुई है. राज्य सरकार ने मृत बच्चों के परिजनों को दो–दो लाख मुआवजा देने की घोषणा की है.
मशरक प्रखंड के गंडामन नवसृजित प्राथमिक विद्यालय में रोज की तरह मंगलवार को भी दोपहर में मिड डे मील के रूप में खिचड़ी व सब्जी बच्चों को परोसी गयी. बच्चों के साथ रसोइया मंजू देवी ने भी खिचड़ी खायी. खाना खाने के कुछ ही देर बाद बच्चों को उल्टी–दस्त शुरू हो गया और देखते–ही–देखते खिचड़ी खानेवाले सभी बच्चे बीमार पड़ गये.
यह खबर पूरे क्षेत्र में जंगल में आग की तरह फैल गयी और विद्यालय पर अभिभावकों की भीड़ जुटने लगी. इसी बीच प्रधानाध्यापक मीना कुमारी समेत दोनों शिक्षक फरार हो गये. बीमार बच्चों को अभिभावकों ने प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र लाया. कुछ बच्चों को निजी चिकित्सालयों में भी भरती कराया गया. करीब एक घंटे तक पीएचसी में इलाज की कोई व्यवस्था नहीं हुई.
सूचना मिलने पर प्रभारी सिविल सजर्न डॉ शंभुनाथ सिंह ने तरैया, मढ़ौरा और अमनौर समेत अन्य पीएचसी के चिकित्सकों को एंबुलेंस के साथ मढ़ौरा भेजा. इसके पहले आक्रोशित अभिभावकों और ग्रामीणों ने मशरक बाजार, मेन रोड और पीएचसी में जम कर हंगामा किया, तब जाकर मरीजों का इलाज शुरू हो सका.
इसी बीच मशरक पहुंचे एसडीओ मनीष शर्मा, एसडीपीओ कुंदन कुमार, मशरक के सीओ का आक्रोशित भीड़ ने घेराव किया. अधिकारियों के पहुंचने के बाद रसोइया समेत 15 छात्रों को सदर अस्पताल रेफर करवाया. इसी क्रम में पीएचसी में दो बच्चों की मौत हो गयी.
इसके बाद सूचना पाकर मौके पर पहुंचे महाराजगंज के सांसद प्रभुनाथ सिंह ने दो सिटी राइड बसों का प्रबंध कर बच्चों को सदर अस्पताल भेजवाया, जिनमें से चार की मौत हो गयी. सदर अस्पताल पहुंचने के बाद दो और बच्चों की मौत हो गयी.
इस पूरे घटनाक्रम में शिक्षा विभाग के अधिकारी कहीं भी नजर नहीं आये. आठ बच्चों की मौत के बाद आक्रोशित भीड़ ने मशरक महावीर चौक के पास सड़क जाम कर दिया, जिससे मशरक–शीतलपुर, मशरक–सीवान मार्ग पर आवागमन बाधित हो गया.