तरैया में ले आउट के बाद भी नहीं बना 30 बेड का अस्पताल
तरैया रेफरल अस्पताल का भवन पूरी तरह से जर्जर हो चुका है. उक्त भवन के छत की परतें हमेशा टूट-टूटकर गिर रहे है. रेफरल अस्पताल के जर्जर भवन की स्थिति को देखते हुए अस्पताल के बगल में नये 30 बेड का अस्पताल के भवन निर्माण को लेकर ले आउट के साथ स्थल पर निर्माण सामाग्री भी गिर चुका है.
तरैया. तरैया रेफरल अस्पताल का भवन पूरी तरह से जर्जर हो चुका है. उक्त भवन के छत की परतें हमेशा टूट-टूटकर गिर रहे है. रेफरल अस्पताल के जर्जर भवन की स्थिति को देखते हुए अस्पताल के बगल में नये 30 बेड का अस्पताल के भवन निर्माण को लेकर ले आउट के साथ स्थल पर निर्माण सामाग्री भी गिर चुका है. अस्पताल भवन निर्माण को लेकर संवेदक के द्वारा सरिया काटकर कर पिलर का निर्माण कार्य तक शुरू कर दिया गया. लेकिन एकाएक कार्य बंद हो गया. जबकि निर्माण कार्य स्थल पर गिट्टी, बालू, सरिया रखा हुआ है और निर्माण कार्य लगभग छह माह से बंद है. अचानक किसी कारण से निर्माण कार्य अधर में लटक गया कोई बताने को तैयार नहीं है. तरैया रेफरल अस्पताल के पूर्व प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी श्रीनाथ प्रसाद के कार्यकाल के दौरान नये 30 बेड के अस्पताल निर्माण का कार्य प्रारंभ हुआ था. जबकि उनके रिटायर्ड हुए लगभग छह माह हो गया. अस्पताल निर्माण का कार्य लगभग एक सप्ताह चल कर बंद हो गया है. वर्तमान प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी आलोक बिहारी शरण ने बताया कि किसी कारण से कार्य बंद है, उन्हें जानकारी नहीं है. जबकि 30 बेड के अस्पताल भवन निर्माण कार्य प्रारंभ होने से तरैयावासियों में खुशी की लहर थी. लेकिन कार्य बंद होने से लोगों में एक बार फिर मायूसी छा गयी. अब देखना है कि नये अस्पताल भवन का बंद कार्य कब से प्रारंभ होता है.
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