बनियापुर. बेकाबू पछुआ हवा कि रफ्तार से आगलगी की घटनाएं दिनों-दिन बढ़ती जा रही हैं. ताजा मामला अंचल क्षेत्र के बेदौली पंचायत अंतर्गत वार्ड संख्या 12 चोरौआ महादलित बस्ती का है. जहां गुरुवार को आगलगी की घटना में 30 से अधिक कर्कटनुमा और झोपड़ीनुमा मकान जलकर स्वाहा हो गये. वहीं दो-तीन लोग आंशिक रूप से झुलस गये. जिनका प्रशासन द्वारा एंबुलेंस से रेफरल अस्पताल भेजकर तुरंत उपचार कराया गया. पीड़ित परिवारों में ललपतिया देवी, धर्मेंद्र मुसहर, तारकिशोर मुसहर, कमला देवी, सिपाही मुसहर, सरोज मुसहर, दारा मुसहर, रामाशंकर मुसहर, टुनटुन मुसहर, एतवरिया देवी, चहक मुसहर, प्रदीप मुसहर सहित 30 परिवार शामिल है. इस दौरान पीड़ित परिवारों के घर में रखे, वस्त्र, अनाज, नकद, खाट, चौकी सहित अन्य आवश्यक सामग्री जलकर मलवे में तब्दील हो गया. हालांकि आगलगी की घटना के स्पष्ठ कारणों की जानकारी नहीं मिल सकी है. मगर स्थानीय लोगों में इस बात की चर्चा होती रही कि कूड़े के ढेर से निकली चिंगारी हवा के प्रभाव से घरों तक पहुंची और देखते ही देखते एक के बाद एक घर को अपने चपेट में लेती चली गयी.
क्षति के आकलन में जुटा प्रशासन
इधर, घटना की सूचना मिलते ही सदर एसडीओ संजय कुमार राय, बनियापुर अंचलाधिकारी दीनानाथ कुमार, सीआई मिथलेश कुमार, मुखिया प्रतिनिधि अजित ऋषिदेव सहित अन्य कर्मी घटना स्थल पर पहुंच घटना स्थल की जांच कर क्षति का आकलन करने में जुट गये. जांचोपरांत अग्नि सहायता योजना के तहत तत्काल 30 परिवारों को 12-12 हजार की सहायता राशि पदाधिकारियों द्वारा उपलब्ध करायी गयी. साथ ही अलग से भोजन की व्यवस्था करायी गयी. वहीं प्रवधान के मुताबिक मिलने वाली अन्य सहायता उपलब्ध कराने का भी आश्वशन दिया गया.
काफी मशक्कत के बाद आग पर पाया गया काबू
आगलगी कि घटना इतनी बिकराल थी कि देखने वालों के होश उड़ गये. इससे पहले की लोग कुछ समझ पाते आग के विकराल रूप ने एक-एक कर दर्जनों घरों को निगल लिया. इस बीच स्थानीय लोग आग बुझाने को लेकर पानी, मिट्टी, बालू आदि फेंकने में लगे रहे. मगर कोई सफलता नहीं मिल सकी. जिसके बाद सूचना पर सबसे पहले बनियापुर थाने से दमकल की गाड़ी पहुंची. मगर अकेले एक दमकल से सफलता नहीं मिलते देखे जिला मुख्यालय से बड़ी दमकल की गाड़ी एवं एकमा से भी दमकल को बुलानी पड़ी. जिसके बाद भी पछुआ की रफ्तार को देख काफी मशक्कत के बाद घण्टों प्रयास कर आग पर काबू पाया गया. दमकल कर्मी प्रशांत झा, भीम कुमार आदि ने बताया कि आगलगी की घटना को लेकर आसपास के लोग सहमे रहे. मगर आग पर काबू पाने के बाद स्थिति सामान्य हो गयी.
चिलचिलाती धूप में खुले आसमान के नीचे रहने को विवश पीड़ित परिवार
भीषण आगलगी की घटना में अपना आशियाना खो चुके पीड़ित परिवार अब चिलचिलाती धूप और लू के थपेड़ों के बीच खुले आसमान के नीचे रहने को विवश है. आगलगी की घटना में लाखों रुपये की नुकसान होने की बात बताई जाती है. इस दौरान घर में रखे अन्न , वस्त्र, नकदी, बिछावन, लकड़ी एवं घर में रख लगभग सारी सामग्री स्वाहा हो चुका है. ऐसे में पीड़ित परिवार के समक्ष उठने-बैठने से लेकर खाने-पीने तक कि परेशानी उतपन्न हो गयी है.
मांझी में झोंपड़ीनुमा घर में लगी आग, जलकर सबकुछ राख
मांझी. थाना क्षेत्र के बगही मुबारकपुर में एक झोपड़ीनुमा मकान में गुरुवार को आग लगने से घर में रखा सारा सामान जलकर राख हो गया. हालांकि ग्रामीणों के अथक प्रयास से लगभग दो घंटे बाद आग पर काबू पा लिया गया. तब तक सब कुछ जलकर बरबाद हो चुका था. पीड़ित शंकर राय की पत्नी रूपा देवी ने बताया की खेती-बाड़ी को लेकर सभी लोग अपने-अपने काम में व्यस्त थे. इसी बीच घर से धुआं निकलते दिखायी दिया. शोर मचाने पर अभी लोग जुट पाते तब तक पूरे घर में आग फैल गयी और धू-धू कर जलने लगा. आगलगी में घर में रखे पांच हजार नगदी सहित दस बोरा गेहूं, बरतन, कपड़ा आदि सब कुछ जलकर राख हो गया. पीड़ित परिवार को पंचायत के जनप्रतिनिधियों द्वारा आर्थिक मदद की गयी. वहीं सीओ सौरभ रंजन के माध्यम से कर्मचारियों द्वारा 12 हजार का रुपये का चेक पीड़ित परिवार को सौंपा गया. मौके पर विश्राम यादव, राजू राय, मनोज राय, सुधीर कुमार, राजू राम, नासिर खान आदि लोग मौजूद थे.