भक्तों की मुराद पूरी करते हैं भगवान भोलेनाथ

दिघवारा : मंदिर में मन्नतें मांगना व पूरा होने पर चढ़ावा चढ़ाने का कार्य पुरातन काल से ही चला आ रहा है. हकीकत भी है कि भगवान के दरबार में दान देने वालों की कमी नहीं है. जिसकी जैसी हैसियत, वह उतना ही देता है दान. शक्तिपीठ स्थल अंबिका भवानी मंदिर, आमी के पिंड की […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 17, 2015 8:23 AM
दिघवारा : मंदिर में मन्नतें मांगना व पूरा होने पर चढ़ावा चढ़ाने का कार्य पुरातन काल से ही चला आ रहा है. हकीकत भी है कि भगवान के दरबार में दान देने वालों की कमी नहीं है.
जिसकी जैसी हैसियत, वह उतना ही देता है दान. शक्तिपीठ स्थल अंबिका भवानी मंदिर, आमी के पिंड की उत्तरी ओर अवस्थित भोलेनाथ की विशालकाय मूर्ति को एक भक्त ने अपनी मनोवांछित मनोकामना के पूर्ण होने पर बनवाया है. धारणा है कि इस दरबार में पहुंचे हर शिवभक्तों की मुराद भगवान भोलेनाथ पूरा करते हैं.
वर्ष 1999 में हुई थी प्राणप्रतिष्ठा : मनेर के दो कारीगर राजा कुमार व राम कुमार को मूर्ति बनाने की जिम्मेवारी दी गयी. ग्रामीण की मानें, तो मूर्ति पूरी होने में लगभग एक साल का वक्त लगा, जिसमें लाखों रुपये खर्च हुए एवं वर्ष 1999 में मूर्ति के निर्माणकर्ताओं की उपस्थिति में पंडितों द्वारा मूर्ति में प्राणप्रतिष्ठा करायी गयी, तब से आजतक अंबिका भवानी पहुंचनेवाला हर भक्त भोलेनाथ का दर्शन करना नहीं भूलता.

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