नरॉव व धनौरा बाजार में घुसा बाढ़ का पानी

छपरा (सारण) : जिले में बाढ़ का कहर लगातार जारी है. लेकिन, प्रशासन द्वारा राहत व बचाव कार्य तीसरे चरण में पर्याप्त नहीं चलाया जा रहा है. नये क्षेत्रों के बाद पीडि़त लोगों के बीच अब तक राहत सामग्री का वितरण शुरू नहीं हो सका. खास कर गड़खा, दिघवारा, दरियापुर, सोनपुर प्रखंडों में बाढ़पीडि़तों की […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 29, 2013 5:56 AM

छपरा (सारण) : जिले में बाढ़ का कहर लगातार जारी है. लेकिन, प्रशासन द्वारा राहत व बचाव कार्य तीसरे चरण में पर्याप्त नहीं चलाया जा रहा है. नये क्षेत्रों के बाद पीडि़त लोगों के बीच अब तक राहत सामग्री का वितरण शुरू नहीं हो सका.

खास कर गड़खा, दिघवारा, दरियापुर, सोनपुर प्रखंडों में बाढ़पीडि़तों की हालत बिगड़ती जा रही है. सबसे भयावह स्थिति डोरीगंज से झौंवा तक एनएच 19 के दक्षिण में स्थित गांवों की है.

ग्रामीण बाजार बंद

गंगा नदी में आयी उफान के कारण एनएच से उतर में स्थित मुसेपुर तथा धनौरा ग्रामीण बाजारों की दुकानें बंद हो चुकी हैं. दुकानदार दुकानों से सामान के साथ पलायन करने में जुट गये हैं. इस इलाके में बाढ़ के पानी का बहाव तेज हो रहा है. नरॉव, धनौरा, मुसेपुर, चैनपुर, सप्तापुर, कोढेया, मुसेपुर, बंगला, देवरिया, पचपटिया, फकुली, संठा, झौंवा, मीरपुर जुआरा, प्राण राय के टोला समेत दर्जन भर से अधिक गांव बाढ़ के पानी से घिरे हुए हैं. ग्रामीण सड़कें बाढ़ के पानी में डूब गयी हैं, जिससे आवागमन ठप है.

इन गांवों की है भयावह स्थिति

एनएच 19 से दक्षिण गंगा नदी के तट पर बसे निहाला टोला, कंसदियारा, पूर्वी बलुआ, पश्चिमी बलुआ, चिरांद, दफ्तरपुर आदि गांवों की स्थिति काफी भयावह बनी हुई है. गांवों में चारों तरफ बाढ़ का पानी का बहाव हो रहा है. इन क्षेत्रों में चिकित्सा सेवा और पशु चारा को लेकर गंभीर स्थिति बनी हुई है. नित्य क्रिया से लेकर बाजार आने-जाने में भी कठिनाई हो रही है. इन गांवों में अब तक चिकित्सकों का दल नहीं पहुंचा है. पशु चिकित्सक भी नहीं पहुंच रहे हैं. बाढ़पीडि़तों में जलजनित बीमारियों का संक्रमण तेजी से फैल रहा है. यह इलाका करीब एक माह से बाढ़ की चपेट में हैं.

शहर की बिगड़ी हालत

सरयू नदी के जल स्तर में वृद्धि के कारण शहर की हालत बिगड़ती जा रही है. बाढ़ के पानी फैलने का सिलसिला लगातार जारी है. इसी क्रम में शुरू हुई बारिश ने स्थिति को और खराब कर दिया है. शहर की व्यावसायिक मंडी पुरानी गुड़हट्टी में भी बाढ़ का पानी प्रवेश कर गया. पहले से व्यावसायिक मंडी साहेबगंज, सरकारी बाजार, तीन कोनिया, सोनारपट्टी, खनुआ के अलावा कुरैशी मुहल्ला, करीमचक, सीढी घाट, रावल टोला, इमली मुहल्ला, दहियावां का निचला हिस्सा, रतनपुरा, कटरा का भी निचला हिस्सा बाढ़ के पानी में डूबा हुआ है. प्रधान डाकघर और टेलीफोन एक्सचेंज परिसर में बाढ़ का पानी बह रहा है. डाकघर के पास से व्यवहार न्यायालय परिसर में भी नाले का पानी प्रवेश कर रहा है.

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