नुकसान का होता रहा आकलन

छपरा (सदर) : गत दिन हुई बेमौसम बारिश, ओलावृष्टि एवं आंधी से किसानों को फसलों की हुई क्षति के ब्योरा का सत्यापन करने में रविवार होने के बावजूद जुटे रहे कर्मचारी से लेकर पदाधिकारी. चार मई को फसल क्षति का सही-सही आंकड़ा प्रस्तुत करने को लेकर विभिन्न प्रखंडों के प्रभारी पदाधिकारी, बीडीओ, सीओ, पंचायत सचिव […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 4, 2015 1:33 PM

छपरा (सदर) : गत दिन हुई बेमौसम बारिश, ओलावृष्टि एवं आंधी से किसानों को फसलों की हुई क्षति के ब्योरा का सत्यापन करने में रविवार होने के बावजूद जुटे रहे कर्मचारी से लेकर पदाधिकारी. चार मई को फसल क्षति का सही-सही आंकड़ा प्रस्तुत करने को लेकर विभिन्न प्रखंडों के प्रभारी पदाधिकारी, बीडीओ, सीओ, पंचायत सचिव से लेकर तमाम कर्मी क्षति के आंकड़ों के सत्यापन के लिए प्रखंडों में व्यस्त दिखे.

प्रभारी सचिव नर्वदेश्वर लाल के बैठक में दिये गये निर्देश के आलोक में डीएम दीपक आनंद की देख-रेख में चल रहे इस कार्यक्रम में किसी भी स्थिति में कोताही बरतने की मुद्रा में नहीं दिखे. वहीं, डीएम दीपक आनंद पूरे दिन सत्यापन कार्यो की मॉनीटरिंग में व्यस्त दिखे.
33 फीसदी से ज्यादा फसल क्षति के मुआवजा की राशि मिली : जिला कृषि पदाधिकारी के अनुसार, सारण जिले में ओला वृष्टि, बारिश व आंधी से 33 फीसदी से ज्यादा गेहूं व मक्के की फसल क्षतिग्रस्त हुई है. डीएओ रामगोविंद सिंह ने बताया कि किसानों को मुआवजा देने के लिए सरकार से दो करोड़ 72 लाख 12 हजार रुपये प्राप्त हुए है. इस राशि को पांच मई से 10 मई तक किसानों को क्षति की राशि आरटीजीएस के माध्यम से भुगतान की तैयारी है.
आंकड़ा लेने में पारदर्शिता का निर्देश: डीएम
डीएम दीपक आनंद ने कहा कि किसानों को फसलों की हुई क्षति के संबंध में ब्योरा एकत्र करनेवाले त्रिस्तरीय जांच दल को किसी भी स्थिति में वास्तविक हकदार का नाम नहीं छोड़ने तथा गलत का नाम नहीं जोड़ने का निर्देश दिया गया है. वहीं, किसानों को मुआवजा देने के लिए प्राप्त राशि के अलावा भी राशि आवश्यकता अनुसार उपलब्ध कराने का आश्वासन जिले के प्रभारी सचिव ने दी है. ऐसी स्थिति में मुआवजा भुगतान में किसी भी प्रकार की बाधा राशि नहीं होगी.

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