सुपर फास्ट ट्रेन को रोक कर मालगाड़ी की कराते हैं क्रॉसिंग

सुपरफास्ट ट्रेनों को रोक कर मालगाड़ियों की करायी जाती है क्रॉसिंग छपरा (सारण) : रेलवे बोर्ड के आदेशों का पालन छपरा-वाराणसी रेलखंड पर नहीं हो रहा है. रेलवे बोर्ड का आदेश है कि मालगाड़ी को चलाने के लिए मेल-एक्सप्रेस ट्रेनों को नहीं रोकना है. लेकिन, यहां मेल -एक्सप्रेस को कौन कहे, सुपरफास्ट ट्रेनों को रोक […]

By Prabhat Khabar Print Desk | May 12, 2015 1:14 AM
सुपरफास्ट ट्रेनों को रोक कर मालगाड़ियों की करायी जाती है क्रॉसिंग
छपरा (सारण) : रेलवे बोर्ड के आदेशों का पालन छपरा-वाराणसी रेलखंड पर नहीं हो रहा है. रेलवे बोर्ड का आदेश है कि मालगाड़ी को चलाने के लिए मेल-एक्सप्रेस ट्रेनों को नहीं रोकना है. लेकिन, यहां मेल -एक्सप्रेस को कौन कहे, सुपरफास्ट ट्रेनों को रोक कर मालगाड़ियों का परिचालन किया जा रहा है.
लंबी दूरी के महत्वपूर्ण ट्रेनों के परिचालन में समय पालन को प्राथमिकता देने के उद्देश्य से यह महत्वपूर्ण आदेश दिया गया है. यात्राियों को बेहतर सुविधा उपलब्ध कराने के उद्देश्य से रेलवे बोर्ड ने यह सख्त निर्देश जारी किया है. जिसकी अवहेलना पूर्वोत्तर रेलवे के वाराणसी मंडल कंट्रोल के द्वारा की जा रही है. फलत: रेलवे बोर्ड की सख्ती के बावजूद यात्रियों की परेशानी कम नहीं हो रही है.
कई बार हो चुका है हंगामा
गौतम स्थान स्टेशन पर डाउन साइड की ट्रेनों को कंट्रोल द्वारा रोके जाने से हंगामा करना आम बात है. प्राय: सभी डाउन ट्रेनों को रोका जाता है. खासकर रात में यहां डाउन साइड की ट्रेनों को रोकना आम बात है.
सप्ताह में एक दो दिन यहां हंगामा होते रहता है. इस वजह से न केवल रेलकर्मी परेशान रहते है, बल्कि विधि व्यवस्था की समस्या बनी हुई है. इसको लेकर रेलवे प्रशासन भी परेशान है.
कंट्रोल की गलत कार्य प्रणाली
से यात्रियों को बढ़ी परेशानी
वाराणसी कंट्रोल की गलत कार्य प्रणाली के कारण छपरा-वाराणसी रेल खंड पर सफर करना यात्रियों की परेशानी का सबब बना हुआ है. इस रेलखंड पर 200 किमी की दूरी तय करने में एक्सप्रेस ट्रेनों को 6 घंटे लग जाता है और पैसेंजर ट्रेनों को 10 घंटा लगता है. इसका मुख्य वजह कंट्रोल की गलत कार्य प्रणाली है. इस वजह से इस रेलखंड के प्राय: सभी स्टेशनों पर यात्री हंगामा करते है.

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