मजदूर की मौत के बाद रेलवे की खामियां उजागर
मैरवा :मजदूर राजेश चौहान की मौत के बाद अब रेल प्रशासन के मौजूदा इंतजाम पर उंगलियां उठने लगी हैं. रैक प्वाइंट पर कई खामियां उजागर हुई हैं़ इनमें सबसे बड़ी प्रकाश की व्यवस्था है़ अंधेरा होने के कारण ही घटना घटी है़ इसके अलावा वहां गार्ड द्वारा देख-रेख नहीं की जाती है़ अंधेरे में ही […]
मैरवा :मजदूर राजेश चौहान की मौत के बाद अब रेल प्रशासन के मौजूदा इंतजाम पर उंगलियां उठने लगी हैं. रैक प्वाइंट पर कई खामियां उजागर हुई हैं़ इनमें सबसे बड़ी प्रकाश की व्यवस्था है़ अंधेरा होने के कारण ही घटना घटी है़ इसके अलावा वहां गार्ड द्वारा देख-रेख नहीं की जाती है़ अंधेरे में ही डैमरेज चार्ज लगने के डर से अपना सामान हटवाने के लिए व्यापारी दिन -रात एक किये रहते है़ पहले गाड़ी खाली करने के लिए 24 घंटे का समय दिया जाता था, अब मात्र 12 घंटे ही मिलते हैं. व्यापारी चार्ज से बचने के लिए अंधेरा व किसी तरह का मौसम होने के बावजूद माल हटवाते हैं. इस घटना के दौरान लोगों ने रेलवे अधिकारियों से उपरोक्त बातों पर ध्यान आकृष्ट कराया, मगर उन्होंने कोई ध्यान नहीं दिया.