मृत सरपंच के हस्ताक्षर से रुपये की निकासी का प्रयास
इसुआपुर : मृत सरपंच के फर्जी हस्ताक्षर से 38 हजार की राशि के निकासी का प्रयास ग्राम कचहरी के एक न्याय सचिव के द्वारा उत्तर बिहार ग्रामीण बैंक की शाखा से किया गया. किंतु बैंककर्मियों की सक्रियता से राशि की निकासी नहीं हो सकी. इस मामले में शाखा प्रबंधक ने थानेमें शिकायत दर्ज करायी है. […]
इसुआपुर : मृत सरपंच के फर्जी हस्ताक्षर से 38 हजार की राशि के निकासी का प्रयास ग्राम कचहरी के एक न्याय सचिव के द्वारा उत्तर बिहार ग्रामीण बैंक की शाखा से किया गया. किंतु बैंककर्मियों की सक्रियता से राशि की निकासी नहीं हो सकी. इस मामले में शाखा प्रबंधक ने थानेमें शिकायत दर्ज करायी है.
रामचौरा की ग्राम कचहरी के न्याय सचिव अरुण कुमार सिंह ने इसुआपुर ग्रामीण बैंक की शाखा में जनप्रतिनिधियों के वेतन मद में 38 हजार का चेक जमा किया, जिसका नंबर 0173831 है. 14 मई को जमा किये गये चेक पर पूर्व सरपंच रामजी पंडित व पूर्व उप सरपंच सत्यदेव राम के हस्ताक्षर हैं, जबकि पूर्व सरपंच रामजी पंडित की मौत 26 जनवरी, 2015 को ही हो गयी है.
चेक के हस्ताक्षर मिलान के दौरान हस्ताक्षर नहीं मिलने पर बैंककर्मियों ने इस चेक को जब्त कर लिया. भेद खुलते देख न्याय सचिव बैंक से फरार हो गये. बैंक कर्मियों ने इस घटना की सूचना पुलिस को दी. बताते चलें कि रामचौरा पंचायत के सरपंच के रूप में रामजी पंडित वर्ष 2006 से 2011 तक कार्यरत थे.
चुनाव में इस पद पर अवधेश प्रसाद और उप सरपंच रामेश्वर सिंह निर्वाचित हुए. बिना पूर्व के खाता को बंद किये ही बैंककर्मियों ने रामचौरा पंचायत का दूसरा खाता खोल दिया. इस बात की जानकारी न्याय सचिव को थी और उसने फर्जीवाड़े का प्रयास किया. इस संबंध में वर्तमान सरपंच अवधेश प्रसाद ने बताया कि इस मामले की उन्हें कोई जानकारी नहीं है.
कारण कि वर्ष 2011 से पंचायत के नयेखाते का संचालन किया जा रहा है. इधर, इस संबंध में पूछने पर न्याय सचिव अरुण सिंह ने बताया कि पूर्व सरपंच ने मुङो यह चेक वेतन मद में दिया था, पर मैंने इसे अभी जमा किया.
तिथि भी मैंने ही भरी है. इस मामले के लिए बैंक से अपनी गलती के लिए क्षमा भी मांग लिया हूं.वहीं, बैंककर्मियों द्वारा सूचना दिये जाने के बाद पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है.