छपरा. नगर निगम क्षेत्र के 45 वार्डों के 450 जर्जर और कच्ची सड़कों व नाला का निर्माण होगा. साथ ही जर्जर नाले भी बनेंगे और दुरुस्त होंगे. यह सभी कार्य षष्ठम राज्य वित्त योजना के तहत पूरे किए जाएंगे. लगभग तीन सालों से परेशान शहर के तीन लाख से अधिक आबादी को अब राहत मिलने वाली है. यह सभी सड़कें नली गली योजना के तहत स्वीकृत हुई है.
तीन साल से लोग हैं परेशान
छपरा शहर के लोग पिछले तीन सालों से जर्जर सड़क और नालों को लेकर परेशान थे. शहर का ऐसा कोई भी गली नहीं है जो पूरी तरह से ध्वस्त नहीं है हर गली को भिन्न-भिन्न कार्यकारी एजेंसियों द्वारा ध्वस्त कर दिया गया है नल जल योजना, गैस पाइप लाइन योजना, गंगा विकास योजना समेत अन्य कार्यों के लिए सड़कों को ध्वस्त कर दिया गया है. बारिश में इन सड़कों पर जलजमाव हो जा रहा है. नतीजतन आए दिन दुर्घटनाएं हो रही हैं. अब सड़कों का निर्माण का आदेश आ जाने के बाद लोगों को राहत मिली है. लेकिन लोग यह भी कहने से नहीं चूक रहे हैं कि कहीं या भ्रष्टाचार का भेंट न चढ़ जाये. मालूम हो कि सभी 45 वार्डों के लिए 450 सड़कों के निर्माण की अनुशंसा हुई है. इनमें अधिकांश सड़कें पूरी तरह से कच्ची हैं उन्हीं का निर्माण होना है.
शुरू हो गयी मापी, चल रही टेंडर की तैयारी
नगर निगम के अधिकारियों ने बताया कि वार्डो से योजनाओं के आने के बाद अब उनकी नापी शुरू हो गई है. नापी के बाद एस्टीमेट बनाकर टेंडर की प्रक्रिया पूरी की जाएगी और उसके बाद काम शुरू हो जाएगा. सब कुछ करने में 2025 का मार्च तक का समय लग जाएगा. वैसे नगर आयुक्त और महापौर में इसमें तेजी लाने के लिए हर संभव प्रयास शुरू कर दिया है.टेंडर की प्रक्रिया फरवरी तक हो जायेगी पूरी
अधिकारियों ने बताया कि सड़क निर्माण के लिए संवेदकों का चयन ई टेंडर से किया जायेगा. टेंडर की प्रक्रिया फरवरी के लास्ट वीक तक फाइनल हो जायेगी. मार्च से सड़कें बनने लगेंगी. तीन माह में लगभग डेढ़ सौ सड़कें तैयार करने का लक्ष्य है. बरसात के पहले इनका निर्माण हो जायेगा.जलजमाव वाली 37 सड़कों का टेंडर इसी सप्ताह
इधर नगर निगम बोर्ड द्वारा चयनित 37 योजनाओं को क्रियान्वित करने में लगभग 20 करोड रुपए खर्च होंगे. इनमें अधिकतर जल जमाव वाली सड़क है. जिनका निर्माण किया जाना है .टेंडर की प्रक्रिया इसी सप्ताह में पूरी हो जाएगी. निगम के इंजीनियरों को दिसंबर के पहले टेंडर की प्रक्रिया पूरी कर लेने और मार्च के पहले निर्माण कार्य को अंतिम रूप दे देने का आदेश दिया गया है. यदि सब कुछ ठीक-ठाक रहा तो लोगों को होली के पहले नई सड़कों पर चलने का अवसर प्राप्त होगा और जल जमाव से मुक्ति मिल जाएगी.हमारा प्रयास है कि छपरा शहर में जलजमाव ना हो
हमारा प्रयास है कि छपरा शहर में जलजमाव ना हो. जो सड़कें टूटी है उनका गुणवत्ता पूर्वक निर्माण कराना नगर निगम का दायित्व है और जल्द ही सड़क निर्माण की प्रक्रिया शुरू हो जायेगी.सुनील कुमार पांडे, नगर आयुक्त, छपरा नगर निगम
निगम क्षेत्र के सभी वार्ड में सड़क और नाला का निर्माण होगा
निगम क्षेत्र के सभी वार्ड में सड़क और नाला का निर्माण होगा. इसके लिए वार्ड आयुक्त से योजनाओं की लिस्ट ले ली गई है. मापी भी शुरू हो गई है. जल्दी टेंडर की प्रक्रिया शुरू होगी. जल जमा वाले 37 योजनाओं का टेंडर इसी सप्ताह होगा. लक्ष्मी नारायण गुप्ता, महापौरडिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है