भीषण गरमी से चौपट हो रहा कारोबार, व्यवसायी परेशान
बढ़ती गरमी से कराह रहे लोग इनसान से लेकर मवेशी तक की हालत खराब दिघवारा : पिछले कई दिनों से तापमान में हुई बढ़ोतरी से कारोबार पर भी असर पड़ा है. दिन के 10 बजे के बाद से लोग अपने-अपने घरों से निकलना मुनासिब नहीं समझते. अपराह्न् पांच बजे के बाद ही लोग घरों से […]
बढ़ती गरमी से कराह रहे लोग
इनसान से लेकर मवेशी तक की हालत खराब
दिघवारा : पिछले कई दिनों से तापमान में हुई बढ़ोतरी से कारोबार पर भी असर पड़ा है. दिन के 10 बजे के बाद से लोग अपने-अपने घरों से निकलना मुनासिब नहीं समझते. अपराह्न् पांच बजे के बाद ही लोग घरों से बाहर निकल पाते हैं, ऐसे में कई व्यवसायों पर प्रतिकूल असर पड़ रहा है.
रुला रही है बिजली : लू के थपेड़ों ने लोगों की दिनचर्या पर ब्रेक लगा दिया है. बढ़ती गरमी के बीच विद्युत संकट की स्थिति उत्पन्न हो जाने से हर उम्र के लोग परेशान हैं. चढ़ता पारा दिनों में लोगों को चैन नहीं लेने देता है, तो रात में घंटों गायब बिजली लोगों को सोने नहीं देती है. लोगों का दिन हाथ का पंखा ङोलते गुजरता है, तो रात करवट बदलते हुए बीतती है.
जा चुकी है एक की जान, कई हैं भरती : कई दिनों पूर्व से जारी भीषण गरमी ने एक की जान ले ली है. अवतारनगर थाना क्षेत्र क मुरौतपुर निवासी व रिटायर रेलकर्मी अंबिका राय की मौत भीषण गरमी की की वजह से हो गयी. वहीं सरकारी व निजी अस्पतालों में कई मरीज लूट, डायरियां आदि बीमारियों से इलाज के लिए भरती है.
बढ़ रही मरीजों की संख्या : प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र दिघवारा में गरमी से उत्पन्न बीमारियों के शिकार हुए मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है. भरती हुए मरीजों के इलाज के लिए न तो पर्याप्त संख्या में डॉक्टर हैं और न ही इलाज के लिए पर्याप्त मात्र में दवाइयां. बाहर की दुकानों से दवा लेने पर रोगियों का इलाज हो पाता है. वहीं दिघवारा व शीतलपुर के निजी क्लिनिकों में एक सप्ताह में मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ी है.
सड़क एवं स्टेशनों पर दिखती है वीरानगी : तापमान में वृद्धि होने के कारण लोग दोपहर में कहीं निकलना मुनासिब नहीं समझते हैं. यहीं कारण है कि सड़क से लेकर दिघवारा व शीतलपुर स्टेशनों पर दोपहर में वीरानगी दिखती है. वहीं सरकारी व निजी कार्यालयों में सन्नाटा पसरा मिलता है. इन कार्यालयों में कर्मियों में सन्नाटा पसरा मिलता है. इन कार्यालयों में कर्मियों के इक्के -दुक्के लोग ही देखने को मिलते है.
गरमी बढ़ने से कई सामान की बिक्रिया बढ़ी : गरमी बढ़ने से शीतल पेय, टोपी व चश्मा की बिक्री बढ़ गयी है.तरबूज, लालमी, खीरा व ककड़ी की बिक्री में इजाफा हुआ है. विद्युत संचालित उपकरणों में से कूलर, फ्रिज, पंखा, इनवर्टर व बैटरी के खरीदार बढ़े हैं. आम के शरबत व लस्सी दुकानों पर भी भीड़ में बढ़ोतरी हुई है.
शो पीस बन गये विद्युत संचालित उपकरण : विद्युत संकट के कारण गरमी से निजात दिलानेवाले उपकरणों में कई शो पीस बन गये है. शाम होते ही इनवर्टर जवाब दे जाता है. पंखा व कूलर के अलावे फ्रिज व बहुत कम लाभ लोगों को मिल पाता है. क्योंकि बिजली पर्याप्त मात्र में नहीं मिल पाती है.