रेलयात्री कानून तोड़ने व बड़े हादसे के भय के बीच यात्रा को विवश

एक ओर रेल प्रशासन यात्रियों की सुरक्षा एवं संरक्षा के मद्देनजर बड़ी-बड़ी घटनाओं के बाद संवेदनशीलता दिखाता है. परंतु, छपरा कचहरी स्टेशन पर रेलवे के पदाधिकारियों की कारगुजारी पूरे दावे की पोल खोलती है. रेलवे की पदाधिकारियों की कारगुजारियों के कारण यात्री प्लेटफॉर्म से तीन फुट नीचे उतर कर तीन रेल पटरियों को पार करने […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 5, 2015 7:06 AM
एक ओर रेल प्रशासन यात्रियों की सुरक्षा एवं संरक्षा के मद्देनजर बड़ी-बड़ी घटनाओं के बाद संवेदनशीलता दिखाता है. परंतु, छपरा कचहरी स्टेशन पर रेलवे के पदाधिकारियों की कारगुजारी पूरे दावे की पोल खोलती है. रेलवे की पदाधिकारियों की कारगुजारियों के कारण यात्री प्लेटफॉर्म से तीन फुट नीचे उतर कर तीन रेल पटरियों को पार करने के बाद बिना शेड के महीनों से जोखिम के बीच यात्रा करने को विवश हैं. परंतु, रेल प्रशासन के वरीय पदाधिकारियों की नजर इन समस्याओं की ओर नहीं पड़ती.
छपरा (सदर) : रेल पटरी पर चलनेवालों के विरुद्ध रेल प्रशासन द्वारा कानूनी कार्रवाई का नियम है. वहीं, दूसरी ओर रेल प्रशासन ने छपरा-सोनपुर रेलखंड के छपरा कचहरी स्टेशन पर रुकनेवाली आधा दर्जन ट्रेनों पर प्रतिदिन दिन यात्रा करनेवाले यात्राियों को बिना प्लेटफॉर्म के ढाई से तीन फुट नीचे पटरी पर उतरने के बाद कम-से-कम तीन रेल लाइन पार कर ट्रेन पकड़ने को विवश कर दिया है. ऐसी स्थिति में हमेशा बड़ी दुर्घटना की आशंका बनी रहती है.
प्रतिदिन सात से आठ हजार यात्राी पकड़ते हैं बिना प्लेटफॉर्म के ट्रेन : छपरा-सोनपुर रेलखंड की डाउन लाइन पर लगनेवाली छह डाउन लाइन की ट्रेनों यथा इंटरसिटी, फुलवरिया-हाजीपुर, थावे-हाजीपुर, छपरा-सोनपुर पैसेंजर के अलावा 5028 डाउन, लिच्छवी एक्सप्रेस इस पटरी पर रुकती है.
इससे यात्रा करने के लिए यात्राियों को ढाई से तीन फुट नीचे उतर कर पटरी पार करते हुए जाने के अलावा कोई विकल्प नहीं.
नया पैदलगामी पुल बनाने की योजना कागजों में : रेल प्रशासन द्वारा इस पुल के बंद करने के बाद यात्राियों को सुविधा के मद्देनजर दूसरी पैदलगामी पुल बनाने की योजना है. अभी तक इस योजना के बारे में धरातल पर कुछ भी नहीं दिखता. इस संबंध में पूछे जाने पर छपरा जंकशन के एइएन बीआर राम बताते हैं कि पैदलगामी पुल बनना है. परंतु इसमें कितनी राशि खर्च होगी, कब से शुरू होगा काम इसकी जानकारी नहीं है.
वहीं पूर्वोत्तर रेलवे के वाराणसी मंडल के जनसंपर्क पदाधिकारी अशोक कुमार बताते हैं कि पैदलगामी ओवरब्रिज का निर्माण होना है. शीघ्र ही कार्य प्रारंभ करने की योजना है. वहीं, यात्राियों की हो रही परेशानी व उनके इस नित्य समस्याओं के तत्काल समाधान के विषय में कुछ नहीं बताते.

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