अब तक कई गांवों में नहीं पहुंची बिजली
अंधेरे में रहने को विवश हैं लोग जलालपुर (सारण) : प्रखंड के दर्जन भर गांवों के निवासी अब भी रात के अंधेरे में जीवन बसर करने को विवश हैं. राजीव गांधी ग्रामीण विद्युतीकरण योजना के तहत सभी गांवों के रोशन करने की सरकार की महत्वाकांक्षी योजना की पहल भी इन गांवों में सार्थक साबित नहीं […]
अंधेरे में रहने को विवश हैं लोग
जलालपुर (सारण) : प्रखंड के दर्जन भर गांवों के निवासी अब भी रात के अंधेरे में जीवन बसर करने को विवश हैं. राजीव गांधी ग्रामीण विद्युतीकरण योजना के तहत सभी गांवों के रोशन करने की सरकार की महत्वाकांक्षी योजना की पहल भी इन गांवों में सार्थक साबित नहीं हो सकी. फलत: अभी भी इन गांवों के निवासी लालटेन युग में जीन को विवश हैं.
तीन से चार किमी की दूरी तय करनी पड़ती है मोबाइल चार्ज कराने में : जहां एक ओर सरकार की ओर से प्रत्येक गांव को पूर्ण विद्युतीकरण करने का संकल्प लिया जा रहा है, वहीं, इन गांवों में रहनेवाले लोगों को विद्युत सुविधा की कौन कहे, अपने मोबाइल तक को चार्ज कराने के लिए उन्हें चार किलोमीटर की दूरी तय करनी पर रही है. काफी पैसे भी खर्च करने के बाद मोबाइल की सुविधा नहीं मिल पाती है.
चार वर्ष पूर्व दिया था आवेदन : इन गांवों के ग्रामीण धर्मेद्र कुमार, विकास कुमार, राकेश कुमार, व्यास गिरि, सुनील कुमार, रंजन सिंह, मुन्ना सिंह, गौतम सिंह, राजेंद्र सिंह आदि ने बताया कि नियमानुकूल सारी प्रक्रिया पूरी करते हुए चार-पांच वर्ष पूर्व आवेदन भी दिया गया है. परंतु, आलम यह है कि प्रशासनिक व राजनीतिक उदासीनता के कारण इसका कोई असर नहीं दिखा.आंदोलन के मूड में हैं ग्रामीण : इन गांवों के लोग लोग अब आंदोलन का मूड बना रहे हैं.
ग्रामीणों का कहना है कि वहीं इन गांवों के आस-पास के घरों में बल्ब चमक रहे हैं, वहीं आज भी हमारे गांवों में अंधेरा छाया है जबकि विभाग व स्थानीय जनप्रतिनिधियों में इस बाबत कई बार जानकारी व लिखित आवेदन भी दिये जा चुके हैं, मगर न तो जन प्रतिनिधि ही सुधि ले रहे हैं और न पदाधिकारियों के कानों में जू रेंग रहा है.