किताब बंटने के चलते गयी थी स्कूल नहीं खाया था खाना

छपरा (कोर्ट) : मशरक के धर्मासती गंडामन गांव स्थित नवसृजित प्राथमिक विद्यालय में विषाक्त मध्याह्न् भोजन खाने से हुई 23 बच्चों की मौत मामले में एक बच्ची की गवाही हुई. सोमवार को मशरक के गंडामन निवासी राजू साह की 13 वर्षीया पुत्री व पकड़ी विद्यालय के वर्ग छह की छात्र लक्ष्मी कुमारी को अभियोजन द्वारा […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 16, 2015 7:40 AM
छपरा (कोर्ट) : मशरक के धर्मासती गंडामन गांव स्थित नवसृजित प्राथमिक विद्यालय में विषाक्त मध्याह्न् भोजन खाने से हुई 23 बच्चों की मौत मामले में एक बच्ची की गवाही हुई.
सोमवार को मशरक के गंडामन निवासी राजू साह की 13 वर्षीया पुत्री व पकड़ी विद्यालय के वर्ग छह की छात्र लक्ष्मी कुमारी को अभियोजन द्वारा साक्ष्य के लिए अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश द्वितीय विजय आनंद तिवारी के न्यायालय में प्रस्तुत किया गया. गंडामन मामले की सत्रवाद संख्या 811/13 में 19वें गवाह के रूप में बच्ची ने घटना के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि वह दूसरे विद्यालय की छात्र है.
परंतु, उस दिन स्कुल में किताब बंटने वाला था इसलिए वह भी विद्यालय गयी थी. विद्यालय में बच्चे खाना खा रहे थे, परंतु उसने खाना नहीं खाया था. ज्ञात हो कि बच्ची के पिता राजू साह द्वारा न्यायालय में अपनी गवाही दर्ज करायी जा चुकी है. गवाह का परीक्षण लोक अभियोजक अजीत कुमार सिंह व एपीपी समीर मिश्र ने किया, तो वहीं बचाव पक्ष के अधिवक्ता भोला प्रसाद व नरेश प्रसाद राय द्वारा प्रति परीक्षण किया गया.
न्यायालय में साक्ष्य होना था, इसको लेकर गंडामन मामले में अभियुक्त बनायी गयीं तत्कालीन प्रधान शिक्षिका मीना देवी अपने पति अजरुन राय के साथ न्यायालय में प्रस्तुत हुईं. दोनों के समक्ष ही गवाह ने अपनी गवाही दर्ज करवायी. न्यायाधीश ने दोनों की न्यायिक हिरासत की अवधि तथा साक्ष्य के लिए अगली तिथि 17 जून निर्धारित की है.

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