संवाददाता, छपरा .ताप्ती गंगा एक्सप्रेस में स्वर्ण आभूषण व्यवसायी से करीब 40 लाख रुपये के आभूषण की हुई लूट के मामले के मुख्य सरगना फिरोज मियां समेत तीन अपराधियों को राजकीय रेल पुलिस ने बुधवार को नाटकीय ढंग से पकड़ने में कामयाबी हासिल की.
तीनों अपराधियों को छपरा-भटनी रेलखंड पर मैरवा स्टेशन के पास उस समय पकड़ा गया, जब वे ट्रेन में लूट की घटना को अंजाम देने की नीयत से सवार हुए थे. छापेमारी दल में इंस्पेक्टर मनोज कुमार, थानाध्यक्ष संजय कुमार सिंह, दारोगा सत्येंद्र नारायण सिंह आदि शामिल थे.
थानाध्यक्ष ने बताया कि पकड़े गये अपराधियों में भगवान बाजार थाना क्षेत्र के गुदरी बाजार टक्कर मोड़ निवासी फिरोज मियां, सीवान जिले के महाराजगंज थाना क्षेत्र के काशी बाजार निवासी उमर हुसैन उर्फ मुर्गिया तथा उत्तर प्रदेश के देवरिया जिले के भटनी थाना क्षेत्र के सिसवा गांव के रंजीत यादव शामिल हैं. तीनों के पास से तीन मोबाइल और तीन चाकू आदि बरामद हुए हैं और पकड़े गये अपराधियों ने ताप्ती गंगा ट्रेन में हुई लूट की घटना में अपनी संलिप्तता स्वीकार की है. बताते चलें कि लूट की घटना फरवरी में हुई थी.
इस मामले में शमशेर उर्फ डॉक्टर नामक अपराधी को रेलवे पुलिस ने पहले ही जेल भेज चुकी है. फिरोज मियां समेत अन्य अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए रेलवे पुलिस लंबे समय से लगातार छापेमारी कर रही थी. फिरोज मियां व उमर हुसैन दोनों पहले भी कई मामलों में जेल जा चुके हैं. फिरोज के खिलाफ कई थानों में लूट व हत्या के मामले दर्ज हैं. फिरोज मूल रूप से रिविलगंज बाजार का निवासी है और महाराजगंज के काजी बाजार में भी उसका ठिकाना है. पकड़े गये अपराधियों से रेल पुलिस को कई महत्वपूर्ण कांडों के सुराग मिले हैं. यहां यह भी उल्लेखनीय है कि जिन स्वर्ण आभूषण व्यवसायियों के कैरियर से आभूषण लूटा गया था. वे भी गुदरी बाजार के ही निवासी हैं.