कोढ़ा गिरोह का बढ़ा आतंक
जिले में बढ़ गयीं छिनतई, ठगी व लूटपाट की घटनाएं छपरा (सारण) : कोढ़ा गिरोह का कहर थम नहीं रहा है. शहर से लेकर ग्रामीण इलाकों तक कोढ़ा गिरोह का नेटवर्क लगातार फैलता जा रहा है. करीब डेढ़ माह के अंदर दो दर्जन अधिक घटनाओं का कोढ़ा गिरोह के द्वारा अंजाम दिया जा चुका है. […]
जिले में बढ़ गयीं छिनतई, ठगी व लूटपाट की घटनाएं
छपरा (सारण) : कोढ़ा गिरोह का कहर थम नहीं रहा है. शहर से लेकर ग्रामीण इलाकों तक कोढ़ा गिरोह का नेटवर्क लगातार फैलता जा रहा है. करीब डेढ़ माह के अंदर दो दर्जन अधिक घटनाओं का कोढ़ा गिरोह के द्वारा अंजाम दिया जा चुका है.
बैंक से रुपये निकाल कर घर लौटने या बैंकों में रुपये जमा करनेवाले गिरोह के द्वारा झपट्टा मार कर रुपये से भरा बैग या झोला लेकर भागने, बाइक की डिक्की से रुपये उड़ाने तथा कागज की गड्डी देकर रुपये की ठगी की जा रही है.
कोढ़ा गिरोह के उद्भेदन के लिए प्रयास किया जा रहा है. संभावित ठिकानों पर छापेमारी की जा रही है. सभी होटलों व लॉज की जांच चल रही है. गिरोह के सदस्यों का जल्द पता लगा कर गिरफ्तार कर लिया जायेगा.
राजकुमार कर्ण
एसडीपीओ, छपरा सदर
क्या है कोढ़ा गिरोह
कटिहार जिले में एक ही गांव है कोढ़ा. उस गांव के ही अपराधी इस कार्य को करते हैं. कोढ़ा गांव के प्राय: हर घर के पुरुष सदस्यों का मुख्य पेशा उचक्कागिरी, ठगी, छिनतई करना है. गांव के कई गिरोह है, जिसमें नये सदस्यों को प्रशिक्षण देने से लेकर उन्हें गिरोह में भरती कर विभिन्न शहरों में ले जाया जाता है.
नये सदस्यों को भरती करते समय ही उनके परिवार को मोटी रकम दी जाती है. पुलिस के द्वारा पकड़े जाने पर उन्हें छुड़ाने, कोर्ट से जमानत कराने, जेल जानेवाले सदस्यों के परिवार के भरण-पोषण का प्रबंध गिरोह के सरगना के द्वारा किया जाता है.