रेलयात्रियों को शीघ्र मिल जायेगी राहत
ट्रेनों का परिचालन दो-तीन दिनों में होगा सुचारु छपरा (सारण) : अगले दो-तीन में ट्रेनों की परिचालन व्यवस्था में सुधार होने की संभावना है. इससे एक माह से परेशानी ङोल रहे यात्रियों को राहत मिल सकती है. 17 जून को इटारसी रूट रिले इंटरलॉकिंग (आरआरआइ) में हुई अगलगी की घटना के कारण ट्रेनों का परिचालन […]
ट्रेनों का परिचालन दो-तीन दिनों में होगा सुचारु
छपरा (सारण) : अगले दो-तीन में ट्रेनों की परिचालन व्यवस्था में सुधार होने की संभावना है. इससे एक माह से परेशानी ङोल रहे यात्रियों को राहत मिल सकती है.
17 जून को इटारसी रूट रिले इंटरलॉकिंग (आरआरआइ) में हुई अगलगी की घटना के कारण ट्रेनों का परिचालन पूरी तरह चरमरा कर रह गया है. करीब डेढ़ हजार ट्रेनों के परिचालन पर असर पड़ा है, जिससे रेलवे को लगभग 1200 करोड़ रुपये राजस्व की हानि हुई है.
क्या है मामला : मध्यप्रदेश के इटारसी स्थित स्टेशन के रूट रिले इंटरलॉकिंग में आग लग जाने से 17 जून से ट्रेनों के परिचालन पर असर पड़ रहा है. बिहार तथा उत्तरप्रदेश को गुजरात महाराष्ट्र आंध्र प्रदेश, केरल, तमिलनाडु समेत कई राज्यों को जोड़नेवाला रेलमार्ग इटारसी से होकर गुजरता है. इटारसी आरआरआइ में हुई अगलगी की घटना के कारण एक माह तक बिहार तथा यूपी आनेवाली ट्रेनें रद्द रहीं. इसका खामियाजा यात्रा ियों को भुगतना पड़ा है.
क्या है आरआरआइ : रूट रिले इंटरलॉकिंग रेलवे रूट के सिगनलों से कनेक्ट रहता है. किस रूट पर कौन-सी ट्रेन है व कौन-सा रूट खाली है. दो बटन दबाने से एक साथ ट्रेन के आने और जाने के लिए रूट का निर्धारण होता है और सिगनल भी मिल जाता है.
इस प्रणाली की सबसे बड़ी विशेषता यह है कि जिस रूट पर किसी ट्रेन के आगमन के लिए लाइन क्लियर कर दिया गया है, तो उस रूट पर दूसरी ट्रेन के लिए रूट का तब तक निर्धारण नहीं होगा, जब तक वह खाली नहीं हो जाता है. रूट खाली रहने पर ही ट्रेन के आगमन या प्रस्थान के लिए सिगनल मिलेगा और रूट मिलेगा.
दशक का सबसे बड़ा संकट : रेलवे यातायात के लिए यह इस दशक की सबसे बड़ी बाधा साबित हुई है. इसके पहले मुंबई व सूरत के बीच पुल गिर जाने के कारण 20 दिनों तक ट्रेनों का आवागमन ठप रहा था. लेकिन, इटारसी आरआरआइ में अगलगी के कारण ट्रेनों के परिचालन में उत्पन्न बाधा सबसे बड़ी संकट साबित हुई है.
क्या कहते हैं अधिकारी
अगले दो-तीन दिनों में ट्रेनों की परिचालन व्यवस्था में सुधार होने की आशा है. इसके लिए रेलवे प्रशासन के द्वारा प्रयास किया जा रहा है.
अशोक कुमार
रेलवे जनसंपर्क अधिकारी, वाराणसी मंडल