बिहार बंद : राजद के बंद का दिखा पूरे जिले में व्यापक असर
कोर्ट में नहीं हुई पैरवी, कार्यालयों में पसरा सन्नाटा छपरा (सारण) : राजद के राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू प्रसाद की कर्मभूमि सारण में बंद का व्यापक असर रहा. सोमवार को शहर की दुकानें नहीं खुलीं. सड़कों पर वाहन नहीं चले. चौक-चौराहों पर जाम कर राजद कार्यकर्ताओं ने बंद को सफल बनाया. जाति आधारित जनगणना रिपोर्ट प्रकाशित […]
कोर्ट में नहीं हुई पैरवी, कार्यालयों में पसरा सन्नाटा
छपरा (सारण) : राजद के राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू प्रसाद की कर्मभूमि सारण में बंद का व्यापक असर रहा. सोमवार को शहर की दुकानें नहीं खुलीं. सड़कों पर वाहन नहीं चले. चौक-चौराहों पर जाम कर राजद कार्यकर्ताओं ने बंद को सफल बनाया.
जाति आधारित जनगणना रिपोर्ट प्रकाशित करने की मांग के समर्थन में आहूत बंद के दौरान राजद कार्यकर्ताओं ने अपनी एकजुटता दिखायी. पूर्व मंत्री उदित राय, विधायक रणधीर सिंह, जिलाध्यक्ष बलागुल मोबीन, विधान परिषद के पूर्व उपसभापति सलीम परवेज आदि के नेतृत्व में राजद जदयू के कार्यकर्ताओं ने अलग-अलग जुलूस निकाला तथा हड़ताल को सफल बनाया. हड़ताल के कारण न्यायालय में पैरवीकार नहीं पहुंचे जिससे मुकदमों की सुनवाई नहीं हो सकी.
बैंकों, स्कूल, कॉलेजों तथा सभी सरकारी, गैर सरकारी प्रतिष्ठानों पर असर पड़ा. शहर के ब्रह्मपुर पुल, श्यामचक मोड़, गुदरी मोड़, भगवान बाजार, दरोगा राय चौक, थाना चौक, नगरपालिका चौक, भिखारी मोड़, गांधी चौक, नेहरू चौक समेत अन्य स्थानों पर सुबह से ही धरना देकर राजद कार्यकर्ताओं ने रोड जाम कर दिया. वहीं अनुमंडल मुख्यालय मढ़ौरा समेत आस-पास के सभी बाजार पूर्णत: बंद रहे. विधायक जितेंद्र कुमार राय के नेतृत्व में कार्यकर्ताओं ने जुलूस निकाल तथा मढ़ौरा पुल के समीप सड़क पर धरना देकर जाम किया.
गौरा बाजार, गोपालपुर, मिर्जापुर, नगरा, खोदाइबाग समेत सभी बाजार बंद रहे. विधायक के साथ जुलूस में प्रखंड अध्यक्ष बांके लाल ठाकुर, जदयू अध्यक्ष गामा सिंह, विष्णु गुप्ता, लालबाबू राय, गनी राय, विपिन सिंह, ठाकुर अमर सिंह आदि ने भाग लिया.
जाम में फंसने से नवजात की मौत
हड़ताल के दौरान छपरा-सीवान मार्ग पर टेंपो से आ रही प्रसव पीड़ित महिला ने टेंपो में ही बच्चे को जन्म दे दिया, जिससे समय पर अस्पताल नहीं पहुंचने के कारण रास्ते में ही मौत हो गयी.
दाउदपुर थाना क्षेत्र के जैतपुर गांव की राजकुमारी देवी को प्रसव के लिए टेंपो से परिजन छपरा ला रहे थे. हड़ताल के कारण छपरा-सीवान मार्ग पर वाहनों की लंबी कतार लगी थी, जिसमें उसका टेंपो फंस गया और रास्ते में ही प्रसव हो गया. लेकिन नवजात की नाभि फंसी रह गयी.
श्यामचक स्थित संजीवनी नर्सिग होम में महिला को भरती कराया गया और चिकित्सक डॉ अनिल कुमार तथा संजू प्रसाद ने बच्चे को नाभि को बाहर निकाला, तब तक बच्चे की मौत हो चुकी थी.