रिटायरमेंट के बाद पूर्व प्राचार्य को किया निलंबित
छपरा : जिस प्रकार जेपीविवि में तबादले व निलंबन की बाढ़ आयी हुई है. उससे स्वत: स्पष्ट हो जाता है कि कुलपति द्वारा बदले की भावना व पूर्वाग्रह से ग्रसित होकर कार्रवाइयां की जा रही हैं. यदि ऐसा नहीं होता, तो सेवानिवृत्ति के दिन किसी प्राध्यापक या कर्मी का निलंबन कतई नहीं होता. मामला राजेंद्र […]
छपरा : जिस प्रकार जेपीविवि में तबादले व निलंबन की बाढ़ आयी हुई है. उससे स्वत: स्पष्ट हो जाता है कि कुलपति द्वारा बदले की भावना व पूर्वाग्रह से ग्रसित होकर कार्रवाइयां की जा रही हैं.
यदि ऐसा नहीं होता, तो सेवानिवृत्ति के दिन किसी प्राध्यापक या कर्मी का निलंबन कतई नहीं होता. मामला राजेंद्र कॉलेज के पूर्व प्रभारी प्राचार्य एवं राजनीति विज्ञान के विभागाध्यक्ष डॉ रामअयोध्या सिंह का है. विवि प्रशासन ने श्री सिंह के मामले में सारी मानवता व नैतिकता को ताक पर रख कर सेवानिवृत्ति के दिन उन्हें निलंबन का आदेश थमा दिया.
प्रो सिंह सोमवार को अपनी सेवानिवृत्ति के पश्चात प्रभार सौंप कर विदाई लेते हुए जैसे ही विभाग से बाहर निकले उन्हें निलंबन का आदेश थमा दिया गया. हालांकि निलंबन पर विगत 28 अगस्त को कुलपति के आदेश से प्रभारी कुलसचिव ने हस्ताक्षर किया है. श्री सिंह पर वित्तीय अनियमितता के मामले में विवि प्रशासन ने जांच के लिए एक सदस्यीय कमेटी गठित की थी.
श्री सिंह ने जांच के लिए वन मैन कमेटी को नियम विरुद्ध बताते हुए उसके समक्ष उपस्थित होने से इनकार कर दिया था, इसके बाद निलंबन की कार्रवाई की गयी है. पारित आदिश में श्री सिंह के निलंबन अवधि का हेड क्वार्टर जगलाल चौधरी कॉलेज निर्धारित किया गया है. विवि के इस कार्रवाई पर प्राध्यापक वर्ग मर्माहत है. एवं इसे अमानवीय कार्रवाई करार देते हुए इसकी तीखी भर्त्सना की जा रही है.