मातमी जुलूस से माहौल हुआ गमगीन

मातमी जुलूस से माहौल हुआ गमगीन नोट. फोटो नंबर 24 सीएचपी 7 है. कैप्सन होगा- मातम करते युवक संवाददाता, छपराया हुसैन, या हुसैन के नारों व नोहों के तरन्नुम पर अपने सीनों पर हाथ मारते खून से लथपथ युवक व बच्चे मातम करते हुए जब शहर की सड़कों पर निकले, तो पूरा माहौल गमगीन हो […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 24, 2015 6:49 PM

मातमी जुलूस से माहौल हुआ गमगीन नोट. फोटो नंबर 24 सीएचपी 7 है. कैप्सन होगा- मातम करते युवक संवाददाता, छपराया हुसैन, या हुसैन के नारों व नोहों के तरन्नुम पर अपने सीनों पर हाथ मारते खून से लथपथ युवक व बच्चे मातम करते हुए जब शहर की सड़कों पर निकले, तो पूरा माहौल गमगीन हो गया. अनजुमने असगरिया, अनजुमने जाफरिया व अनजुमने अब्बासिया के तत्वावधान में शनिवार को मुर्हरम की दसवीं तारीख के अवसर पर मातमी जुलूस छोटा इमामबाड़े से निकाला गया. जुलूस महमूद चौक, पंकज रोड, थाना चौक, साहेबगंज, सोनारपट्टी होते हुए बुटनबाड़ी स्थित करबला तक गया. शहर के विभिन्न चौराहों पर प्रवाचकों ने पैगंबर मोहम्मद के नवासे इमाम हुसैन एवं उनके 72 साथियों की शहादत पर रोशनी डाला एवं हक की खातिर जान न्योछावर करने की बात कही. प्रवचन मौलाना मासूम रजा ने किया. वहीं, गुलाम पंजतन, जफर अब्बास, डॉ असकरी रजा, नकी हैदर, जावेद नकवी, तारा भाई आदि ने नोहाखानी कर मातम कराया. छोटे बच्चों व युवाओं ने जंजीरी मातम भी किया. जुलूस में इमाम हुसैन का ताबूत, अब्बास का शबीहे अलम, अली असगर का झूला आदि भी शामिल किया गया. जुलूस का स्वागत सभी कौम के लोगों ने श्रद्धा के साथ किया. वहीं, पुलिस व प्रशासन सुरक्षा व्यवस्था में पूरी तरह मुस्तैद दिखा.

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