छपरा. स्नातक फर्स्ट सेमेस्टर सत्र 2023-27 की परीक्षा के दूसरे दिन कदाचार के आरोप में प्रमंडल के विभिन्न केंद्रों से 60 परीक्षार्थियों को निष्कासित किया गया. परीक्षा में हो रही कड़ाई से नकलचियों के पसीने छूट रहे हैं. विश्वविद्यालय के जनसंपर्क अधिकारी राजेश पांडेय ने बताया कि पहली व दूसरी पाली की परीक्षा के दौरान विभिन्न केंद्रों पर विश्वविद्यालय से नियुक्त ऑब्जर्वर की टीम औचक निरीक्षण कर रही है. केंद्राधीक्षकों तथा वीक्षकों को नकल की रोकथाम को लेकर विशेष गाइडलाइन भी जारी किया गया है. हालांकि सघन जांच के बावजूद भी छात्र नकल सामग्री लेकर परीक्षा हॉल में प्रवेश कर जा रहे हैं. कुलपति प्रो परमेंद्र कुमार बाजपेई ने भी नकल की रोकथाम को लेकर अलर्ट रहने का निर्देश दिया है. पहली व दूसरी पाली की परीक्षा पूरी होने के उपरांत शाम 6:30 बजे के बाद ही सभी केंद्रों से अपडेट मिल पा रहा है. पीआरओ ने बताया कि परीक्षा के पहले दिन भी कुल 80 परीक्षार्थी नकल के आरोप में निष्कासित किये गये थे. कुलपति ने यह भी निर्देश दिया है कि दूसरी पाली की परीक्षा समाप्त होने के आधे घंटे के बाद सभी कॉलेजों द्वारा विश्वविद्यालय को निष्कासित छात्रों की संख्या व परीक्षा की रिपोर्ट भेज देनी है. वहीं हर दिन सीटिंग अरेंजमेंट की व्यवस्था को भी बदलना है. साथ ही वीक्षकों की ड्यूटी भी में भी बदलाव किया जायेगा. विदित हो कि फर्स्ट सेमेस्टर की परीक्षा के अंतर्गत कोर कोर्स की परीक्षा 25 से 31 जुलाई तक निर्धारित है. परीक्षा के दूसरे दिन पहली पाली में ग्रुप ए के अंतर्गत माइनर कोर्स (एमआइसी) तथा दूसरी पाली में ग्रुप बी में माइनर कोर्स के पेपर आयोजित हुई. इस परीक्षा के लिए प्रमंडल में कुल 17 केंद्र बनाये गये हैं. सारण जिले में 10 केंद्रों पर यह परीक्षा हो रही है. 27 जुलाई को पहली व दूसरी पाली में एमडीसी के पेपर होंगे.
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