वर्तमान शिक्षा पद्धति में बदलाव की जरूरत

छपरा (नगर)देश के प्रथम शिक्षा मंत्री मौलाना डॉ अब्दुल कलाम आजाद की जयंती को सारण पब्लिक स्कूल एंड चिल्ड्रेन वेलफेयर एसोसिएशन द्वारा सोमवार को नेशनल एजुकेशन डे के रूप में मनाया गया. शहर के जन्नत हॉल में आयोजित कार्यक्रम का उद्घाटन कार्यक्रम के मुख्य अतिथि पूर्व प्राचार्य डॉ केके द्विवेदी ने मौलाना अबुल कलाम आजाद […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 11, 2013 11:07 PM

छपरा (नगर)देश के प्रथम शिक्षा मंत्री मौलाना डॉ अब्दुल कलाम आजाद की जयंती को सारण पब्लिक स्कूल एंड चिल्ड्रेन वेलफेयर एसोसिएशन द्वारा सोमवार को नेशनल एजुकेशन डे के रूप में मनाया गया. शहर के जन्नत हॉल में आयोजित कार्यक्रम का उद्घाटन कार्यक्रम के मुख्य अतिथि पूर्व प्राचार्य डॉ केके द्विवेदी ने मौलाना अबुल कलाम आजाद के चित्र पर माल्यार्पण व दीप प्रज्वलित कर किया. अपने संबोधन में उन्होंने देश की वर्तमान शिक्षा पद्धति में बदलाव की जरूरत बताते हुए उन्होंने इसमें एकरूपता लाने की बात कही. पूर्व प्राचार्य ने एसोसिएशन द्वारा जिले के सभी प्राइवेट स्कूलों के एक समान एकेडमिक कैलेंडर लागू करने के सुझाव को अच्छी पहल बताया. उधर, कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि के रूप में मौजूद जगदम कॉलेज के प्राचार्य डॉ प्रमेंद्र रंजन सिंह ने कहा कि अच्छे शिक्षक आज भी पूजनीय है. उन्होंने कहा कि कभी इनसान को नहीं, बल्कि उसकी काबिलियत, उसके चरित्र व उसके योगदान को याद किया जाता है. उन्होंने शिक्षक को अगली पीढ़ी व समाज का निर्माता बताते हुए उन्हें अपने कार्य पर गर्व करने की बात कही. प्राचार्य श्री सिंह ने कहा कि सच्चे अर्थ में शिक्षक वही हैं, जो सोये भी, तो उसके सपने में उसका विद्यालय व उसके छात्र नजर आते हैं. डॉ प्रमेंद्र रंजन ने कंप्यूटर शिक्षा को आज के दौर के लिए आवश्यक बताते हुए उपस्थित शिक्षकों से निश्चित रूप से कंप्यूटर ज्ञान अजिर्त करने की अपील की. वहीं, डीपीओ कुमार अरविंद सिन्हा ने राज्य सरकार द्वारा संचालित शिक्षा के अधिकार कानून के तहत प्राइवेट स्कूलों में अभिवंचित वर्ग के बच्चों के नामांकन की चर्चा की. उन्होंने प्राइवेट स्कूलों के संचालकों से इस पर विशेष ध्यान देने की जरूरत बतायी.संचालकों ने भी व्यक्त किये विचार: उधर, कार्यक्रम के दौरान विभिन्न स्कूलों के प्रतिनिधियों द्वारा भी अपने विचार रखे गये. कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए एसोसिएशन की अध्यक्ष व एचआर इंपिरियल की प्रबंधक सीमा सिंह ने शिक्षा की महत्ता पर विस्तार से चर्चा की. उन्होंने कहा कि अपने संतान को शिक्षित करना प्रत्येक माता-पिता का कर्तव्य होना चाहिए. सीपीएस के निदेशक सह एसोसिएशन के महासचिव हरेंद्र सिंह ने प्राइवेट स्कूलों संचालकों से संगठित होकर शिक्षा व छात्र हित में कार्य करने की बात कही. उन्होंने जिले के सभी प्राइवेट स्कूलों में एक समान एकेडमिक कैलेंडर का पालन करने का सुझाव दिया. कार्यक्रम को एसडी बर्मन, एसएस एकेडमी के कुंदन सिंह, लोकनाथ शर्मा समेत अन्य शिक्षक व प्राचार्यो ने कार्यक्रम में अपने विचार रखे.शिक्षक हुए सम्मानित : उधर, नेशनल एजुकेशनल डे पर जिले में पहली बार प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन द्वारा प्राइवेट स्कूलों के सर्वश्रेष्ठ शिक्षकों को सम्मानित कर एक नयी शुरुआत की गयी. एसोसिएशन द्वारा विभिन्न प्राइवेट स्कूलों के चयनित शिक्षकों को शॉल व प्रतीक चिह्न् तथा सर्टिफिकेट देकर सम्मानित किया गया. इस क्रम में सीपीएस स्कूल के शिक्षक शंभु शरण, एके वर्मा, एचआर इंपिरियल के बाल मुकुंद मिश्र, चायना सिंह, होली किड्स के प्रकाश शर्मा, सोलंकी इंटरनेशनल की चंदा कुमारी, अर्चना कुमारी, सरस्वती शिशु मंदिर के कुमार विजय रंजन, बजरंग सिंह, चिल्ड्रेन डिलाइट के दीनानाथ वर्मा, मंजू सिन्हा, एसएस एकेडमी आमी के रंजू सिन्हा, लोकनाथ शर्मा, आरएनपी के पंकज मिश्र, मिथलेश कुमार तथा आरडीएस के अशोक ठाकुर तथा एएनडी के मनोज कुमार व राजीव वर्मा को अतिथियों द्वारा सम्मानित किया गया.

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