वीसी को पद से हटाये जाने के बाद निगरानी ने कसा शिकंजा

वीसी को पद से हटाये जाने के बाद निगरानी ने कसा शिकंजा निगरानी के एसपी ने गुरुवार को विश्वविद्यालय में की घंटों जांच संवाददाता, छपराजयप्रकाश विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ द्विजेंद्र गुप्ता को भ्रष्टाचार के मामले में पदच्यूत किये जाने के बाद निगरानी ने कॉपी खरीद घोटाले में शिकंजा कसना शुरू कर दिया है. गुरुवार को […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 3, 2015 6:54 PM

वीसी को पद से हटाये जाने के बाद निगरानी ने कसा शिकंजा निगरानी के एसपी ने गुरुवार को विश्वविद्यालय में की घंटों जांच संवाददाता, छपराजयप्रकाश विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ द्विजेंद्र गुप्ता को भ्रष्टाचार के मामले में पदच्यूत किये जाने के बाद निगरानी ने कॉपी खरीद घोटाले में शिकंजा कसना शुरू कर दिया है. गुरुवार को निगरानी विभाग के एसपी सुनील कुमार मामले की जांच के सिलसिले में युनिवर्सिटी पहुंचे. उन्होंने गहनता से जहां संबंधित संचिकाओं को खंगाला, वहीं बारी-बारी से विभिन्न अधिकारियों से पूछताछ की. एसपी श्री कुमार ने सुबह 11 से शाम चार बजे लगातार छह घंटे तक सघन जांच व पूछताछ की. इस दौरान विवि के अधिकारियों समेत कर्मचारियों में खौफ जैसा माहौल छाया रहा. किन-किन से हुई पूछताछनिगरानी एसपी श्री कुमार ने कॉपी खरीद मामले की संचिकाएं देखने के साथ ही प्रभारी रजिस्ट्रार डॉ आरपी बबलू, परीक्षा नियंत्रक प्रो. शकील अहमद अता, ओएसडी प्रशासनिक अनिल कुमार से अलग-अलग सघन पूछताछ की. अंत में एफओ आरके सिन्हा से पूछताछ के क्रम में भुगतान व संचिकाओं की जानकारी मांगी. एफओ श्री सिन्हा ने एसपी को बताया किया उनके पास 26 लाख रुपयों के भुगतान की एक संचिका व कागजात की मांग की. उसके बाद वह या संबंधित संचिकाएं उनके समक्ष आयी ही नहीं. चार्जशीट में बढ़ सकते हैं नामनिगरानी एसपी के द्वारा गुरुवार को हुई पूछताछ व जांच से ऐसा अंदेशा जाहिर किया जा रहा है कि कॉपी घोटाला मामले की चार्जशीट में कुछ अन्य लोगों के नामों का इजाफा भी हो सकता है. पूर्व में निगरानी ने वीसी डॉ गुप्ता समेत कुल 10 लोगों के खिलाफ चार्जशीट किया है. निगरानी एसपी के गुरुवार को पूछताछ व जांच की दिशा में सूत्रों के अनुसार पूर्व एफओ सोनेलाल सहनी, एफए प्यारे मोहन व सिंडिकेटर ब्रजकिशोर सिंह की भूमिका व कार्यशैली भी जांच के घेरे में है. बताया जा रहा है कि कम-से-कम दो अन्य लोगों के नाम भी चार्जशीट में दाखिल हो सकते हैं.

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