तीन पूर्व कुलसचिव समेत आठ निलंबित

तीन पूर्व कुलसचिव समेत आठ निलंबित कार्रवाई. उत्तर पुस्तिका घोटाला मामले में राजभवन के निर्देश पर कुलपति ने उठाया कदम निगरानी के न्यायालय में चल रहा है मामलानोट: जेपीविवि का लोगो छपरा फोल्डर में हैसंवाददाता, छपरा (सारण)उत्तर पुस्तिका घोटाला मामले में आरोपित तीन पूर्व कुलसचिव, दो पूर्व परीक्षा नियंत्रक समेत आठ पदाधिकारियों को शनिवार को […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 19, 2015 8:12 PM

तीन पूर्व कुलसचिव समेत आठ निलंबित कार्रवाई. उत्तर पुस्तिका घोटाला मामले में राजभवन के निर्देश पर कुलपति ने उठाया कदम निगरानी के न्यायालय में चल रहा है मामलानोट: जेपीविवि का लोगो छपरा फोल्डर में हैसंवाददाता, छपरा (सारण)उत्तर पुस्तिका घोटाला मामले में आरोपित तीन पूर्व कुलसचिव, दो पूर्व परीक्षा नियंत्रक समेत आठ पदाधिकारियों को शनिवार को निलंबित कर दिया गया. राजभवन के निर्देश के आलोक में वीसी प्रो लोकेशचंद्र ने यह कार्रवाई की है. कुलसचिव डॉ अशोक कुमार ने बताया कि राजभवन के निर्देश पर आठ पदाधिकारियों को निलंबित किया गया है. सभी के खिलाफ उत्तर पुस्तिका घोटाले का मामला निगरानी के न्यायालय में चल रहा है. इसी मामले में तत्कालीन कुलपति प्रो डीके गुप्ता को राजभवन ने बरखास्त कर दिया है. कुलपति को बरखास्त करने के पहले ही नौ पदाधिकारियों को निलंबित करने का राजभवन ने आदेश दिया था, परंतु तत्कालीन कुलपति ने न केवल इस मामले को दबाये रखा, बल्कि बरखास्तगी के पहले ही उस पत्र को भी गायब कर दिया. कुलपति की बरखास्तगी और नये कुलपति की पदस्थापना के बाद पुन: गुरुवार को राजभवन ने दोबारा आदेश निर्गत किया था. इसी बीच प्रभारी कुलसचिव के पद से डॉ आरपी बबलू को हटा दिया गया. कुलपति ने बताया कि निलंबित होनेवालों में पूर्व कुलसचिव प्रो विजय प्रताप कुमार, प्रो अनिल कुमार, डॉ आरपी बबलू, पूर्व परीक्षा नियंत्रक डॉ दिव्यांशु कुमार, डॉ गोपाल प्रसाद आर्य, क्रय समिति के अध्यक्ष प्रो सरोज कुमार वर्मा, सदस्य डॉ अनिता, डॉ अजीत तिवारी शामिल हैं. यह कार्रवाई बिहार विश्वविद्यालय अधिनियम 1976 की धारा 69 (4) के तहत की गयी है. बताते चलें कि शोध छात्र संगठन के विश्वजीत सिंह चंदेल ने उत्तर पुस्तिका घोटाले को उजागर किया था.

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